झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन किया जाएगा। केंद्र ने उत्तर प्रदेश सरकार से इस संबंध में जल्दी जवाब मांगा है। मालूम हो कि झांसी रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र का एक प्रमुख रेलवे जंक्शन है।
गृह मंत्रालय (MHA) ने उत्तर प्रदेश सरकार को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मी बाई रेलवे स्टेशन करने का सुझाव दिया गया है। पत्र में गृह मंत्रालय की अंडर सेक्रेटरी ने लिखा है कि राज्य सरकार को पहले भी पत्र भेजा गया था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। उत्तर प्रदेश सरकार के सचिव को ये पत्र भेजा गया है। इससे पहले 13 अगस्त, 2020 को पहला पत्र भेजा गया था और बाद में 1 अक्टूबर, 2020 और 14 जनवरी, 2021 को भी पत्र भेजे गए थे।
इससे पहले, उत्तर प्रदेश सरकार ने वाराणसी रेलवे खंड पर प्रतापगढ़ बादशाहपुर के बीच स्थित दांदूपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मंजूरी दे दी थी। इसका नाम माँ बाराही देवी धाम किया जाएगा। इससे पहले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चार रेलवे स्टेशनों का नाम बदला गया था। सरकार का कहना है कि इसका उद्देश्य प्राचीन शहर की पहचान को पुनर्जीवित करना है।
बता दें कि इससे पहले मुगलसराय स्टेशन का नाम बदल कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन किया जा चुका है। यही नहीं वाराणसी के मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस स्टेशन रखा जा चुका है।
इलाहाबाद जंक्शन का नाम भी बदलकर प्रयागराज जंक्शन किया जा चुका है। इससे पहले पिछले साल नौगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर सिद्धार्थनगर किया गया था।
बता दें कि इसी महीने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि उनकी सरकार बुंदेलखंड को कई विकास परियोजनाओं के माध्यम से “पृथ्वी के स्वर्ग” में बदल देगी।
परियोजनाओं में रक्षा कॉरिडोर, आगामी बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और ललितपुर जिले में नए हवाई अड्डे शामिल हैं।
सीएम ने ललितपुर में बंधाई बांध योजना और बुंदेलखंड के झांसी जिले में लगभग 1,100 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया था।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में ललितपुर जिले में एक हवाई अड्डा बनाए जाने के लिए स्वीकृति दी है।
