KC Tyagi Quits Party Spokesperson: जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके स्थान पर राजीव रंजन को जेडीयू का नया राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया है। पार्टी के महासचिव आफाक अहमद खान ने एक पत्र जारी कर इस बदलाव की जानकारी दी।
जेडीयू महासचिव ने जारी किया पत्र
जेडीयू महासचिव आफाक अहमद खान के जारी पत्र में लिखा गया है कि ‘जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री, बिहार) ने राजीव रंजन प्रसाद को राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद पर नियुक्त किया है। केसी त्यागी, जो प्रवता के पद पर पार्टी में है, उन्होंने निजी कारण से पार्टी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है।’
केसी त्यागी ने कई मुद्दों पर ऐसे बयान दिए जिसने मोदी सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया था। अग्निपथ स्कीम को लेकर केसी त्यागी ने कहा था कि अग्निपथ स्कीम पर दोबारा से विचार करने की जरूरत है। इसके अलावा उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड और वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर भी अपना पक्ष रखा था।
अग्निपथ योजना को लेकर जानिए क्या बोले थे केसी त्यागी?
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा था कि अग्निवीर स्कीम को लेकर काफी विरोध हुआ। इसका असर लोकसभा के चुनावों में भी देखने को मिला। इस पर एक बार फिर से विचार करने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि जो सुरक्षाकर्मी सेना में तैनात थे। जब अग्निवीर योजना चलाई गई तो बड़े तबके में काफी नाराजगी थी। मेरा मानना है कि उनके परिवार ने भी चुनाव का विरोध किया। इसमें नए तरीके से विचार करने की जरूरत है। कांग्रेस ने आम चुनाव में अग्निवीर स्कीम को एक बड़ा मुद्दा बनाया था। कांग्रेस ने साफ कहा था कि सत्ता में आने के बाद अग्निवीर स्कीम को कूड़े के डब्बे में डाल देंगे।
UCC को लेकर क्या बोले केसी त्यागी?
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि हमारा रूख पहले की तरह ही साफ है। सभी स्टेक होल्डर को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है। समान नागरिक संहिता पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विधि आयोग के चैयरमैन को लेटर लिखा था और कहा था कि हम इसके खिलाफ नहीं है। इसके लिए काफी विचार विमर्श की जरूरत है।
जाति आधारित जनगणना पर क्या बोले थे केसी त्यागी?
जाति आधारित जनगणना पर केसी त्यागी ने कहा था कि देश में किसी भी पार्टी ने जाति आधारित जनगणना को न नहीं कहा है। बिहार ने रास्ता दिखाया है। प्रधानमंत्री ने भी सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में इसका विरोध नहीं किया। जाति आधारित जनगणना समय की मांग है। हम इसे आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कोई पूर्व शर्त नहीं है। बिना शर्त समर्थन है। लेकिन बिहार को विशेष दर्जा दिया जाना हमारे दिल में है।