राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने अपने सभी प्रवक्ताओं को पद से हटा दिया है। पार्टी की और जारी किए गए बयान में लिखा है कि पार्टी के सभी प्रवक्ताओं को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है। ऐसा माना जा रहा है कि RLD के एक प्रवक्ता ने गृहमंत्री अमित शाह के एक बयान की आलोचना कर दी थी, जिसके बाद पार्टी ने फैसला लिया है। गृहमंत्री के राज्यसभा में बीआर आंबेडकर को लेकर दिए गए बयान के बाद विपक्ष की ओर से काफी विरोध किया गया था।

अमित शाह ने क्या कहा था?

गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए राज्यसभा में कहा था, ‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर.. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ अमित शाह के इस बयान को कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने बीआर आंबेडकर का अपमान बताया और गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की थी।

किस प्रवक्ता ने की थी आलोचना

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरएलडी के प्रवक्ता कमल गौतम की ओर से की गई आलोचना के बाद यह कदम उठाया गया है। प्रवक्ता ने कहा था कि गृहमंत्री का बयान सही नहीं है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए। जो लोग बाबा साहब भीम राव आंबेडकर को भगवान मानते हैं, वो मानते रहेंगे, ऐसा बयान उचित नहीं है।

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मायावती ने किया है प्रदर्शन का ऐलान

बसपा प्रमुख मायावती ने गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब आंबेडकर पर की गई टिप्पणी के खिलाफ 24 दिसंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। सोशल मीडिया साइट X पर पोस्ट में मायावती ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी से लोगों के दिलों को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा, “देश के दलितों, वंचितों और अन्य उपेक्षित लोगों के आत्मसम्मान और मानवाधिकारों के लिए अतिमानवीय और कल्याणकारी संविधान रूपी मूल पुस्तक के रचयिता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर भगवान के समान पूजनीय हैं। अमित शाह द्वारा उनका अनादर करना लोगों के दिलों को ठेस पहुंचाता है।”