देशभर में विपक्षी एकता को लेकर चर्चाएं चल रही हैं और सभी विपक्षी दल एकजुटता की बात कर रहे हैं। वहीं मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा भी चल रही है। माना जा रहा है कि ये 2024 लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी मंत्रिमंडल विस्तार होगा। इस बीच बीजेपी एनडीए को भी मजबूत करने में जुटी हुई है और पार्टी छोटे दलों को अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष और सांसद जयंत चौधरी को भी लेकर तमाम तरह के कयास लगाएं जा रहे हैं।

जयंत के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा: सपा सांसद

माना जा रहा है कि 2024 के चुनाव से पहले जयंत चौधरी सपा के साथ गठबंधन खत्म कर सकते हैं और एनडीए में शामिल हो सकते हैं। वहीं इस मामले को लेकर सपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने बड़ा बयान दिया है। शफीकुर्रहमान बर्क ने जयंत चौधरी की हैसियत तक बता डाली। बर्क ने कहा कि जयंत चौधरी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, वो सिर्फ अपनी बिरादरी को इधर उधर कर सकते हैं।

बर्क ने कहा कि जयंत चौधरी के सपा से हटने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। बता दें कि शफीकुर्रहमान बर्क का बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लंबे समय से जयंत चौधरी को लेकर चर्चाएं चल रही हैं और पहले बार सपा के किसी वरिष्ठ नेता ने इसपर प्रतिक्रिया दी है।

RLD ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की जताई इच्छा

रविवार को RLD की तरफ से यह घोषणा की गई थी कि वह पश्चिमी यूपी की 12 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। जयंत की पार्टी की ओर से कहा गया कि उसे उम्मीद है वो 2024 चुनाव के बाद दोबारा अपना स्टेट लेवल पार्टी का स्टेट पा लेगी। आरएलडी के बयान से स्पष्ट है कि उसने सीटों को लेकर इशारों-इशारों में अपनी मंशा जाहिर कर दी है।

बता दें कि बीजेपी यूपी में ओम प्रकाश राजभर की पार्टी SBSP को अपने साथ ला सकती है। माना जा रहा है कि बातचीत फाइनल स्टेज में है और जल्द ही बीजेपी और SBSP के गठबंधन की औपचारिक घोषणा की जाएगी।