हमेशा भागती दौड़ती दिल्ली कोरोना वायरस की महामारी के कारण थम सी गई है। तो वहीं, कोरोना वायरस के खतरों को भांपते हुए और प्रधानमंत्री के आह्वान पर दिल्ली जनता कर्फ्यू के लिए भी तैयार है। कोरोना वायरस पर प्रहार के लिए दिल्ली पूरी तरह चाक-चौबंद है। यहां शनिवार को दिखे ट्रेलर ने साफ कर दिया कि रविवार का जनता कर्फ्यू पूरी तरह सफल होने वाला है।
पहली बार लोगों ने खुद के लिए चाक-चौबंदी किए। शनिवार को पैदल यात्री गिनती के सड़कों पर थे। चारों तरफ सन्नाटा पसरा रहा। कोरोना के खौफ का आलम यह है कनॉट प्लेस से लेकर लाजपत नगर जैसे भीड़भाड़ वाले बाजार एकदम खाली थे। गली-मोहल्ले की दुकानों में कुछ को छोड़ कर तमाम बाजार बंद हैं। घर-पड़ोस में केवल कोरोना और प्रधानमंत्री के जनता कर्फ्यू के आह्वान, घरों से नही निकलने की चर्चा आम रही। इतना ही नहीं कालकाजी-नेहरू प्लेस के जिस भैरों मंदिर में शनिवार को दर्शन के लिए भीड़ उमड़ा करती थी, वहां भी शनिवार को सन्नाटा पसरा रहा। मंदिर में केवल पुजारी-सेवक ही मौजूद थे।
नेहरू प्लेस स्थित प्राचीन भैरों-शनि मंदिर के सेवक ने कहा-यह जीवन का पहला मौका है जब यहां एसी स्थिति उत्पन्न हुई है। इक्का-दुक्का आने वाले लोगों को मंदिर के भीतर से ही वहां मौजूद भगवाधारी सेवक खुद हाथ जोड़ अभिवादन कर रहे है। बिग बाजार ने भी अपना यह सेक्शन खोल रखा था, लेकिन स्थिति आम दिनों वाली नहीं थी। तापीय परीक्षण के बाद एक बार में केवल चार लोगों को ही परिसर में प्रवेश करने की इजाजत थी। बसें चलीं लेकिन ज्यादातर खाली ही दौड़ीं। मसलन रूट संख्या 492 की करीब डेढ़ बजे की लाल बस अपने गंतव्य के बजाय रिंग रोड अक्षरधाम से ही लौट गई।
शाहीन बाग ने बदला प्रदर्शन का ढर्रा
तीन माह से चल रहे शाहीनबाग के धरने में प्रधानमंत्री के जनता कर्फ्यू का पूरी तरह पालन नहीं होगा। धरना जारी रहेगा। प्रदर्शनकारी सिर्फ चार घंटे ही धरनास्थल पर रहेगा,।
इसके अलावा रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान धरनास्थल पर माइक से किसी तरह की कोई घोषणा नहीं होगी। प्रदर्शनकारियों ने यह भी फैसला किया है कि प्रदर्शन स्थल पर बच्चे और बुजुर्ग मौजूद नहीं होंगे।
सभी कुलपति घरों में रहेंगे बंद
जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपतियों ने कोरोना वायरस के मद्देनजर घर में रहने का फैसला लिया है और लोगों से भी यही अपील की है। जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार, जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर और डीयू के कुलपति प्रो योगेश त्यागी ने कहा कि देश कोविड-19 के खिलाफ युद्ध छेड़ने को तैयार हैं।

