चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनावोें के लिए नामांकन भरने में एक दिन शेष रह जाने को देखते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा द्वारा हाल में बनाई गई हरियाणा जन चेतना पार्टी ने आज 19 प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी कर दी।

आज यहां पार्टी की एक प्रेस वार्ता में शर्मा ने 19 प्रत्याशियों की सूची जारी की। उन्होंने भाजपा में शामिल होने और बाद में मायावती की बसपा तथा गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी के साथ गठबंधन बनाने की असफल कोशिश की थी।

शर्मा की पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनावों में कुलदीप बिश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस :हजकां-भजनलाल: के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।दोनों पार्टियों में हुए समझौते के तहत हरियाणा की कुल 90 सीटों में से 65 पर बिश्नोई और 25 पर शर्मा की पार्टी चुनाव लड़ रही है।

कल बिश्नोई ने 58 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की थी।

शर्मा खुद अंबाला से मैदान में है। उनका बेटा मनु शर्मा जेसिका लाल की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है।

उन्होंने अपनी पत्नी शक्ति रानी को कालका सीट से चुनाव में उतारा है।

जन चेतना पार्टी बनाने से पहले शर्मा चार दशकों तक कांग्रेस से जुड़े रहे हैं।

अन्य 19 प्रत्याशियों में से एक हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की पूर्व सदस्या विनय शर्मा भी हैं जो हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री भगत दयाल शर्मा की बहू हैं और वह यमुनानगर सीट से चुनाव लड़ रही हैं।

पार्टी के टिकटों का बंटवारा करने में समाज के हर तबके को प्रतिनिधित्व देने की बात को स्वीकारते हुए शर्मा ने कहा कि प्रत्याशियों को चुनने में सिर्फ उनकी जीतने की संभावना को ही मुख्य योग्यता बनाया गया है।

उन्होंने चुनाव के बाद कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का गठबंधन करने या उसे समर्थन देने से इंकार किया।

उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव के बाद कांग्रेस में शामिल होने या उसे समर्थन देने का सवाल ही नहीं उठता।’’

हरियाणा के कांग्रेस के दस साल के शासन पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि योग्य युवाओं को नौकरी से दूर रखा गया।

भाजपा को समर्थन देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं होता’।

हरियाणा में 15 अक्तूबर को चुनाव होने हैं और कल नामांकन भरने की अंतिम तिथि है।