जम्मू यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर मोहम्मद ताजुद्दीन पर स्वतंत्रता सेनानी और देशभक्त भगत सिंह को आतंकी बताने का आरोप लगा है। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद विद्यार्थियों ने प्रोफेसर का विरोध किया और वीसी से शिकायत की। मामला गरमाने के बाद कुलपति ने प्रोफेसर को पढ़ाने से तत्काल हटा दिया है। शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच-पड़ताल के आदेश दिए हैं।
रिपोर्ट्स में यूनिवर्सिटी के एक छात्र के हवाले से कहा गया, “हमने ताजुद्दीन के इस्तीफे की मांग की है। हमारी आवाज को प्रशासन दबाने की कोशिश कर रहा है। पर प्रश्न है कि अगर भगत सिंह आतंकी थे तो फिर हीरो कौन था, जाकिर मूसा?” वहीं, शुक्रवार (30 नवंबर) को ताजुद्दीन ने एएनआई से बातचीत में सफाई जारी की।
वह बोले, “मैं भी भगत सिंह को क्रांतिकारी मानता हूं। वह उन लोगों में से थे, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। पर मैं कक्षा में लेनिन (रूसी क्रांतिकारी) का जिक्र कर रहा था। मैंने कहा था- देश अपने खिलाफ होने वाली हिंसा को ‘आतंकवाद’ मानता है। मेरे उस दो घंटे के लेक्चर में से किसी ने उन 25 सेकेंड का वीडियो बना लिया, जिसमें आतंकवादी शब्द आया था। पर उसका मतलब वह बिल्कुल नहीं है, जो मैं कहना चाहता था। फिर भी अगर कोई इससे आहत हुआ हो, तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।”
वहीं, कुलपति प्रो.मनोज कुमार धर ने बताया, “गुरुवार शाम कुछ विद्यार्थियों ने मुझसे इस बारे में शिकायत की। उन्होंने सबूत के तौर पर एक सीडी भी जमा की। मैंने उसके बाद एक जांच कमेटी बनाई है। कमेटी जब तक अपनी रिपोर्ट नहीं जमा कर देती, तब तक ताजुद्दीन यूनिवर्सिटी में पढ़ा नहीं सकेंगे।