जम्मू के चन्नी हिम्मत इलाके में एक झुग्गी से 30 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है। पुलिस ने इस संबंध में एक रोहिंग्या परिवार के तीन सदस्यों को पूछताछ के लिए उठाया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुखबिरी के आधार पर झुग्गी में छापा मारा गया। यहां से 500 और 2000 रुपये के नए नोटों में 27 लाख रुपये तथा बाकी कम राशि के नोटों में नकदी मिली है। ऐसा पहली बार है जब म्यांमार से यहां आए किसी रोहिंग्या परिवार के पास से इतनी बड़ी रकम मिली हो। रोहिंग्या भारत में छोटी-मोटी नौकरियां करते हैं।
सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए रोहिंग्या ने बताया कि ये पैसा इस्माइल (19) और नूर आलम (21) का है। उन्होंने पुलिस से कहा कि इस्माइल और नूरू आलम दो-तीन दिन पहले बांग्लादेश चले गए। पकड़े गए तीनों रोहिंग्या यह नहीं बता सके कि बिना वैध वीजा के वे दोनों कैसे बांग्लादेश जा सकते हैं। यह युवा जम्मू में पांच-छह साल से रह रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार, बरामद की गई नकदी को एक प्लास्टिक कंटेंनर में कबाड़ के नीचे सूटकेस में छिपाकर रखा गया था। पुलिस विभिन्न संभावनाओं पर काम कर रही हैं जैसे- आतंकी गतिविधियों के लिए हवाला का पैसा, म्यांमार से मानव तस्करी, ड्रग्स या फिर चोरी।
जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्या की बढ़ती तादाद को देखते हुए कई संस्थाएं जैसे- जम्मू चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री तथा जम्मू एंड कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी उन्हें निर्वासित किए जाने की मांग करती रही हैं। रोहिंग्या को कई संस्थाओं ने देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।