अप्रैल 2025 में जम्मू -कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद टूरिज्म इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा था लेकिन अब हालात सामान्य होते दिखाई दे रहे हैं। कश्मीर घाटी में अब पर्यटकों की वापसी होने लगी है, जिससे यहां टूरिज्म से जुड़े लोगों में उम्मीद की नई किरण दिखाई दे रही है।
सोमवार सुबह श्रीनगर पहुंचे विदेशी पर्यटकों के एक ग्रुप में शामिल पोलैंड की कैरोलीना ने कहा, “हम यहां बहुत सुरक्षित महसूस करते हैं। यह मेरा कश्मीर आने का पहला मौका नहीं है, मैं यहां हमेशा सुरक्षित महसूस करती हूं। यहां के लोग हमेशा मुस्कुराते हैं। हमें यहां बहुत स्वागत मिलता है। मैं यकीनन फिर से यहां आऊंगी। इस साल, मेरी कंपनी से तीन ग्रुप्स आए हैं, कुल 60 लोग यहां होंगे। बहुत सारी टूरिस्ट कंपनियां हैं, इसलिए मैं सोचती हूं कि पोलैंड से बहुत सारे लोग यहां आएंगे।”
लोगों से कश्मीर आने का निवेदन करते हुए कैरोलीना कहती हैं, “कृपया यहां आइए! लोग यहां बहुत अच्छे हैं और आप इस अद्भुत जगह पर सुंदर समय बिता सकते हैं। यहां ज्यादा भीड़ नहीं है, न ही ज्यादा गर्मी है। चारों ओर पहाड़ हैं, और लोग यहां बहुत खुश रहते हैं और बहुत स्वागत करते हैं।”
इसी ग्रुप में शामिल मार्गरिट (जो पहली बार आई हैं) ने कहा, “मैं पहली बार यहां आई हूं और यहां के लोग बहुत दोस्ताना और मेहमानवाज हैं। वे हमारे साथ फोटो खिंचवाना चाहते हैं। और हमे यहां का खाना बहुत अच्छा लगा, काफी अलग था। मैं यहां के स्वर्ग को देखने के लिए उत्साहित हूं। यहां बहुत कुछ देखने को है। यह जगह सुरक्षित है, आप लोग यहां आ सकते हैं।”
पर्यटन के पटरी पर लौटने से स्थानीय लोग खुश
कश्मीर घाटी में हो रही पर्यटकों की वापसी पर स्थानीय लोग भी बहुत खुश हैं। टूर गाइड यूनुस पठे ने न्यूज एजेंसी ANI कहा कि पहलगाम में हुए हादसे ने कश्मीर के पर्यटन की प्रतिष्ठा और विश्वास को प्रभावित किया। लेकिन हमारे, पोलैंड दूतावास और ईयू मेंबर्स के साझा प्रयासों से हम कश्मीर में पर्यटन को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। पोलिश दूतावास और यूरोपीय संघ के सदस्यों की मदद से इस महीने हमें 14-15 समूह मिले और हम कोशिश करेंगे कि उन्हें सुरक्षित तरीके से कश्मीर की यात्रा करवाए।
सरकार भी टूरिज्म बढ़ने पर दे रही फोकस
बीते शनिवार को जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने कहा था कि पहलगाम हमले के बाद जो टूरिज्म प्लेस सुरक्षा के मद्देनजर बंद की गई थीं, उन्हें चरणबद्ध तरीके से खोली जाएंगी। उन्होंने कहा था, “कुछ जगहें 22 अप्रैल के बाद सुरक्षा को देखते हुए बंद की गई थीं। कश्मीर और जम्मू के डिविजनल कमिश्नर्स और IGPs ने सभी जिलों से रिपोर्ट ली है और यह तय किया गया है कि चरणबद्ध तरीके से कुछ जगहें खोली जाएंगी।”
उन्होंने बताया कि जिन जगहों को खोला जाना है, उनमें अनंतनाग जिले में आने वाली बेताब वैली, पहलगाम मार्केट के पास स्थित पार्क, वेरिनाग, कोकरनाग औऱ अच्छाबल गार्डन हैं। श्रीनगर में बादमवाड़ी पार्क, डक पार्क, तकदीर पार्क पहले फेज में खोले जाएंगे। LG ने बताया कि जम्मू संभाग में भी आठ जगह पर्यटकों के लिए खोली जाएंगी।
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(यह खबर जनसत्ता डॉट कॉम के साथ इंटर्नशिप कर रही प्रतिभा पाठक ने लिखी है।)