जम्मू-कश्मीर में 49 दिनों से चला आ रहा राज्यपाल शासन आज को पीडीपी नेता मुफ्ती मोहमद सईद के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही खत्म हो जाएगा। राज्य में सईद के नेतृत्व में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार बनने जा रही है। राज्यपाल एनएन वोहरा ने शनिवार को सईद को सरकार गठन के लिए आमंत्रित किया।

वोहरा जम्मू में सईद (79) को रविवार को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी शामिल होंगे।

सईद के नेतृत्व में बनने जा रही इस सरकार में कुल 25 लोग हो सकते हैं। पीडीपी के 12 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। भाजपा के भी 11 विधायकों के मंत्री बनने की संभावना है। भाजपा के निर्मल सिंह उपमुख्यमंत्री होंगे। जिन प्रमुख चेहरों को सईद सरकार में जगह मिल सकती है उनमें हसीब द्राबू, अब्दुल रहमान वीरी और नईम अख्तर (पीडीपी) शामिल हैं।

अलगाववाद से मुख्यधारा की राजनीति में कदम रखने वाले पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन भी सरकार का हिस्सा बन सकते हैं। उन्होंने पहले शपथ के लिए जम्मू की फ्लाइट बुक की थी, लेकिन मनपसंद विभाग नहीं मिलने पर उन्होंने इसे रद्द कर दिया। बातचीत के बाद लोन को दूसरे मंत्रालय के लिए राजी किया गया और वह कश्मीर से सड़क मार्ग के जरिए जम्मू पहुंचे हैं। उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनकी ओर से फोन का कोई जवाब नहीं दिया गया।

शपथ ग्रहण के बाद सबकी निगाहें पीडीपी व भाजपा की ओर से जारी किए जाने वाले साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर होंगी। दोनों दल धारा 370 और अफस्पा जैसे विवादित मुद्दों से कैसे निपटते हैं, यह गौर करने वाली बात होगी। साझा न्यूनतम कार्यक्रम रविवार दोपहर में जारी होगा।

पिछली 23 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे। किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। 28 विधायकों के साथ पीडीपी सबसे बड़ी और 25 विधायकों के साथ भाजपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली थीं।