सीआरपीएफ ने बुधवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में सुरक्षा बलों पर हमले के दौरान मस्जिद में छिपे आतंकियों ने एक ‘बुजुर्ग व्यक्ति’ की हत्या कर दी। सोपोर के मॉडल टाउन चौक में हमले में बल के एक जवान भी शहीद हो गया। आतंकी हमले में एक आम नागरिक की भी मौत हो गयी। आतंकी हमले के दौरान सीआरपीएफ के जवान ने अपनी जान पर खेलकर एक तीन साल के मासूम बच्चे की जान बचाई। सीआरपीएफ के इस जवान की सोशल मीडिया पर हर कोई तारीफ कर रहा है।

मासूम बच्चे की जान बचाने वाले जवान का नाम पवन कुमार चौबे है। वह एक कोबरा कमांडो हैं। साल 2010 में उन्होंने सीआरपीएफ ज्वाइन की थी। नक्सल इलाके में तैनाती के बाद उन्हें कश्मीर में आतंक से लड़ने के लिए कश्मीर में तैनात किया गया। वह 2016 के बाद से कश्मीर में कई सफल ऑपरेशनों का हिस्सा रहे हैं। पवन वाराणसी के रहने वाले हैं और वह 179 बटैलियन का हिस्सा हैं। जम्मू कश्मीर में तैनाती से पहले वह 203 कोबरा बटैलियन का हिस्सा थे जो नक्सली हमलों का मार्चा संभालती है।

नक्सल इलाकों में बहादुरी से लड़ने के बाद पवन को कश्मीर ट्रांसफर कर दिया गया। सोपोर में वह 2016 से तैनात हैं।जब उन्होंने आतंकियों को मस्जिद से फायर करते देखा तो उनकी नजर अपने दादा की बॉडी पर बैठे बच्चे पर पड़ी। वह बच्चे की तरफ गए और बच्चा उन्हें देखकर उनकी तरफ बढ़ा जिसके बाद उन्होंने बच्चे को एनकाउंटर स्पॉट से हटाया।

सोशल मीडिया पर लोग पवन की तारीफ कर रहे हैं।@TinkuSh99035424 ने ट्वीट करते हुए लिखा है, दिल से शत् शत् नमन् आपको। @Hindust2020 ने लिखा है पवन सर को मेरा सैल्यूट। कई लोगों ने ट्वीट कर पवन को असली हीरो बताया है।

बता दें कि गोलीबारी में सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल दीपचंद वर्मा शहीद हो गए जबकि कांस्टेबल बी. राजेश, दीपक पाटिल और नीलेश चावड़े घायल हो गए। उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।