जम्मू-कश्मीर में गुरुवार (एक नवंबर, 2018) को सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान दो आतंकियों को मार गिराया। बडगाम में स्थानीय लोगों ने इसके विरोध में जमकर पत्थरबाजी की, जबकि महिलाओं ने भी आसपास के इलाकों से गुजरने वाले वाहनों पर पत्थर फेंके और घटना के विरोध में नारे लगाए। न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा जारी वीडियो क्लिप में कुछ महिलाएं मकान की आड़ में खड़ी नजर आ रही थीं। जैसे ही उनकी तरफ कैमरा घुमाया गया, वे जोर-जोर से विरोध में नारे लगाने लगीं, जबकि उनके पास कई युवक खड़े होकर पत्थरबाजी और नारेबाजी कर रहे थे।

घटना के बाद जागू अरिजल इलाके में स्थानीय लोगों द्वारा की गई पत्थरबाजी में न्यूज एजेंसी एएनआई की आउटडोर ब्रॉडकास्टिंग (ओबी) वैन को नुकसान पहुंचा। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिले के खानसाहिब इलाके के जागू में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने एक अभियान चलाया था। अभियान के दौरान आतंकवादियों ने खोजी दल पर गोलियां चलाईं। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इसके साथ ही दोनों पक्षों में मुठभेड़ शुरू हो गई थी। खबर लिखे जाने तक, आतंकियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही थीं।

देखें, कैसे नकाबपोश महिलाओं ने वाहनों पर बरसाए पत्थर-

53 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एके नायर ने एएनआई को बताया, “मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। हम बीते कुछ समय से इन आतंकियों की तलाश में जुटे थे। पंचायत चुनाव के दौरान वे यहां पर अशांति फैलाने के मकसद से आए थे। हमने उनके शवों के पास से दो एके 47 राइफलें व एक पिस्टल बरामद की है।”

सुरक्षाबलों ने इससे दो दिन पूर्व त्राल में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के भतीजे उस्मान हैदर समेत तीन आतंकियों को नेस्तनाबूद किया था। जैश की ओर से उस बारे में वीडियो जारी किया गया था, जिसमें मुठभेड़ में हैदर के मारे जाने की बात स्वीकारी गई थी। जवानों को तब आतंकियों के पास से एम-4 कार्बाइन राइफल भी मिली थीं। जानकारों की मानें तो इनका प्रयोग स्नाइपर हमलों में किया जाता है।