जम्म कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद घाटी में हालात सामान्य ना होने की कई खबरे सामने आ चुकी हैं।हालांकि सरकार का लगातार कहना है कि घाटी में हालात सामान्य है। कश्मीर के हाल पर एएमयू के कश्मीरी छात्रों में भी उबाल है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कश्मीरी छात्रों ने बुधवार को कहा कि वे जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिये जाने के बाद घाटी के हालात को लेकर विरोध प्रकट करने के लिये बृहस्तपिवार को होने वाले पारंपरिक भोज समेत वार्षिक सर सैयद अहमद कार्यक्रमों का बहिष्कार करेगें।एएमयू में फिलहाल करीब 1,300 कश्मीरी छात्र पढ़ रहे हैं।
कश्मीरी छात्रों के नेता और एएमयू छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष सज्जाद राठेर ने यहां पत्रकारों से कहा, “जब पूरी दुनिया सर सैयद अहमद खान की 202वीं जयंती मना रही है, तब हम दर्द में जी रहे हैं।” उन्होंने दावा किया कि मीडिया रिपोर्टों और आधिकारिक दावों के विपरीत “कश्मीर घाटी में अब तक केवल 5 प्रतिशत पोस्टपेड मोबाइल फोन चालू किए गए हैं।”
राठेर ने कहा कि जब छात्रों के परिवार “घोर संकट” में फंसे हों तो छात्र जश्न कैसे मना सकते हैं।उन्होंने कहा कि अधिकतर छात्रों को अब तक नहीं पता कि उनके प्रियजन पिछले 72 दिनों से कैसे रह रहे हैं।

