जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा है कि अगर कोई पाकिस्तान में जाकर खुद को आजाद समझना चाहता है तो वह पड़ोसी देश जा सकता है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान को तोड़कर कोई आजादी नहीं मिलेगी। अगर कोई पाकिस्तान के साथ खुद को आजाद समझता है तो वह जा सकता है उन्हें कोई नहीं रोक रहा। मलिक ने एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।
गवर्नर ने एक कश्मीरी शॉलवाले के सवाल का जिक्र किया जिसमें शॉलवाले ने उनसे से पूछा था कि क्या हम आजाद हो जाएंगे? शॉलवाले के इसी सवाल को याद करते हुए गवर्नर ने कहा ‘मुझसे करीब एक साल तक मेरा शॉलवाला भी पूछता रहा कि साहब हम आजाद हो जाएंगे क्या? मैंने कहा तुम तो आजाद ही हो और अगर तुम आजादी पाकिस्तान के साथ जाना समझते हो तो चले जाओ कौन रोक रहा है? लेकिन हिंदुस्तान को तोड़ के आजादी नहीं मिलेगी।’
इस दौरान उन्होंने कहा कि कश्मीर में सब कुछ सही है किसी को कोई चिंता करने की जरूरत नहीं। मालूम हो कि कश्मीर में केंद्र सरकार ने अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। यहां हाल ही में 10 हजार सैनिकों की तैनात का आदेश जारी किया गया है। घाटी में लोगों के बीच अफवाह है कि सरकार आर्टिकल 35ए को को हटा सकती है। आर्टिकल 35ए के तहत जम्मू-कश्मीर के निवासियों को जमीन और सरकारी नौकरी में फायदा पहुंचता है। यह राज्य को कई विशेष अधिकार देता है।
कश्मीर घाटी में केंद्रीय बलों के अतिरिक्त जवानों को भेजने के फैसले के बाद से ही सूबे में हलचल तेज हो गई है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि इस वक्त अफवाहें हैं कि 35ए के ऊपर हमला हो सकता है। उसके हवाले से हम सभी को एकत्रित होना चाहिए, न सिर्फ नेताओं को बल्कि जो राजनीतिक कार्यकर्ता हैं उन्हें भी। चाहे वह नेशनल कॉन्फ्रेंस है, कांग्रेस है बीजेपी है पीडीपी है।’
उन्होंने कहा ‘हमारे कार्यकर्ताओं को सबके घर जाना चाहिए और सबको सूचित करना चाहिए कि इस वक्त हम जो चुनाव की लड़ाई है उसे अलग रखते हुए मिलकर काम करेंगे और जम्मू-कश्मीर का जो 35ए है उसकी हिफाजत के लिए हम जान और माल कुर्बान करने के लिए तैयार हो जाएंगे।’