जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने बागी तेवर अपना लिए हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कुछ ऐसा कहा है, जिस पर हंगामा हो सकता है। दरअसल महबूबा मुफ्ती ने अपने एक बयान में कहा कि “मेरा झंडा ये है (मेज पर रखे जम्मू कश्मीर के झंडे की तरफ इशारा करते हुए), जब यह झंडा वापस आएगा तो हम वह झंडा (तिरंगा) भी उठाएंगे। लेकिन जब तक हमारा झंडा हमें वापस नहीं मिल जाता हम किसी दूसरे झंडे को नहीं उठाएंगे। इसी झंडे ने हमारे उस झंडे से रिश्ते बनाए हुए हैं।”

केन्द्र की मोदी सरकार को घेरते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह तथ्य है कि चीन ने हमारी 1000 वर्ग किलोमीटर की जमीन कब्जा ली है। मुझे लगता है कि हम किसी तरह 40 किलोमीटर की जमीन वापस ले सकते हैं। चीन ने भी अनुच्छेद 370 के बारे में बोला है। उन्होंने इसे विवादित बताया है और पूछा है कि जम्मू कश्मीर को केन्द्र शासित प्रदेश क्यों बनाया गया? महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू कश्मीर का मुद्दा आर्टिकल 370 हटाने के बाद अब अंतरराष्ट्रीय हो गया है, जबकि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उनके पास मतदाताओं को दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है। वो कहते हैं कि आप जम्मू कश्मीर में जमीन खरीद सकते हैं। हमने अनुच्छेद 370 हटा दिया है। उसके बाद वो कहते हैं कि हम मुफ्त में वैक्सीन देंगे। आज पीएम मोदी ने आर्टिकल 370 की बात वोटों के लिए की। यह सरकार राष्ट्र के मुद्दों को सुलझाने में फेल हो चुकी है।

बता दें कि महबूबा मुफ्ती से पहले पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला भी ऐसा ही बयान दे चुके हैं। जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 फिर से लागू कराने के लिए राज्य की 6 पार्टियों ने हाथ मिलाया है।

बता दें कि पीएम मोदी ने आज बिहार में चुनाव प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने आर्टिकल 370 का मुद्दा उठाया। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए की सरकार ने आर्टिकल 370 हटाया। लेकिन ये लोग (विपक्षी पार्टियां) कह रहे हैं कि हम सत्ता में वापस आए तो इसे वापस लाएंगे। ऐसा कहने के बाद ये लोग बिहार में वोट भी मांग रहे हैं! जिस राज्य ने अपने बेटे और बेटियों को देश की रक्षा के लिए बॉर्डर पर भेजा है। क्या यह बिहार का अपमान नहीं है?