जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही सियासी बयानबाजी का दौर भी शुरू हो चुका है। कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस गठबंधन के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। बावजूद इसके कांग्रेस नेता विकार रसूल वानी ने नेशनल कान्फ्रेंस को लेकर ऐसी टिप्पणी की है कि कांग्रेस को अपने ही नेता के बयान पर आपत्ति जतानी पड़ी है। जम्मू कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने रविवार को बनिहाल में एक कार्यक्रम के दौरान एनसी नेतृत्व के खिलाफ विकार रसूल वानी द्वारा इस्तेमाल की गई अपमानजनक टिप्पणी और असंसदीय भाषा की कड़ी निंदा की। वानी बनिहाल से ही चुनावी मैदान में हैं।
क्या बोले थे विकार रसूल वानी?
विकार रसूल वानी जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हैं और इलाके में कांग्रेस के बड़े नेता माने जाते हैं। वानी ने अपनी चुनावी रैली के दौरान नेशनल कान्फ्रेंस पर तीखा हमला करते हुए कहा, “एनसी का झंडा लाल है क्योंकि यह कश्मीरियों और विशेषकर बनिहाल के लोगों के खून से सना हुआ है।” हालांकि पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि कांग्रेस ऐसे बयानों से खुद को अलग करती है और ऐसी भाषा के इस्तेमाल की निंदा करती है।
तारिक हमीद कर्रा ने कहा, “हम दिवंगत शेख मोहम्मद अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला का बहुत सम्मान करते हैं, जो जम्मू-कश्मीर के सबसे वरिष्ठ और सम्मानित राजनीतिक नेताओं में से एक हैं। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस आगामी चुनाव भाजपा के खिलाफ गठबंधन में लड़ रही हैं और जम्मू-कश्मीर के लोगों के सम्मान और अधिकारों के लिए लड़ती रहेंगी।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि इस तरह के बयान अस्वीकार्य हैं और लोकतंत्र के मूल्यों तथा राजनीतिक विरोधियों के प्रति सम्मान के खिलाफ हैं। उन्होंने सभी नेताओं से गरिमा और सम्मान बनाए रखने का आग्रह किया। कर्रा ने कहा, “हम गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ अपनी संयुक्त लड़ाई को दोहराते हैं। हम जम्मू-कश्मीर और उसके लोगों के हितों की रक्षा के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।”