अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर के नेशनल हाइवे-44 (NH-44) पर 24 घंटे निगरानी के लिए हाई रेजोल्यूशन ड्रोन कैमरा और जैमर के साथ रिमोट कंट्रोल्ड इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (RCIED) लगाए गए हैं। अमरनाथ यात्रा के सुचारु संचालन के लिए नेशनल हाईवे और इससे लिंक होने वाली सड़को पर ये कैमरे लगाए गए हैं, ताकि 24/7 नजर रखी जा सके।
लगाई गई हाई-टेक प्रणाली
सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) ने एक बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षित और व्यवस्थित प्रगति सुनिश्चित करने के लिए एक हाई-टेक प्रणाली लगाई गई है। फोर्स ने कहा कि हाई रिजॉल्यूशन कैमरों से लैस ये अत्याधुनिक ड्रोन नेशनल हाईवे और उससे जुड़े मार्गों की निगरानी कर रहे हैं। सीआरपीएफ ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाए गए हैं।
1 जुलाई से शुरू हो रही है 62वीं अमरनाथ यात्रा
सीआरपीएफ के सूत्रों के अनुसार, 137वीं बटालियन 2023 में आगामी पवित्र अमरनाथ यात्रा को घटना मुक्त और इसके सुचारु संचालन के लिए पूरी तरह से तैयार है। 1 जुलाई से 62वीं अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है, जो पहलगाम में नुनवान और मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में बालटाल के प्राचीन रास्तों से शुरू होगी।
वहीं, जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) मुकेश सिंह ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग समेत कई इलाकों का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। वह सुरक्षा उपायों का जायजा लेने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ लांबर-बनिहाल, रामसू, रामबन और चंद्रकोट गए। हिमालय पर 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर का दर्शन करने के लिए पहले जत्था 30 जून को जम्मू के भगवती नगर के आधार शिविर से कश्मीर के लिए रवाना होगा। एडीजीपी ने सीआरपीएफ और सेना के अधिकारियों के साथ भी बातचीत की और रास्ते में तैनात कर्मियों को प्रदान किए जाने वाले साजो-सामान के बारे में पूछताछ की।
सीआरपीएफ के महानिदेशक सुजॉय लाल थाओसेन ने भी अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की। थाओसेन ने जम्मू-कश्मीर के दौरान, अर्धसैनिक बल की तैयारियों की समीक्षा की। सीआरपीएफ ने ट्वीट कर बताया, “सीआरपीएफ के महानिदेशक थाओसेन ने जम्मू कश्मीर के दौरे के दौरान अधिकारियों के साथ बैठक की और आगामी श्री अमरनाथ यात्रा 2023 को लेकर सुरक्षाबलों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यात्रा को सदभावनापूर्ण और सुचारु तरीके से सुनिश्चित करने के लिए वे हर कदम उठाएं।” सीआरपीएफ के महानिदेशक ने क्विक एक्शन टीम (क्यूएटी) की कार्रवाई संबंधी तैयारियों की भी समीक्षा की।