जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को गंदेरबल जिले में स्थित खीर भवानी मंदिर में पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने इस दौरान कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। बता दें कि कश्मीरी पंडितों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन खीर भवानी मेला इस साल जून के पहले हफ्ते में मनाया जा सकता है। देश के सभी हिस्सों से कश्मीरी पंडित रागन्या देवी के मंदिर में इकट्ठा होते हैं।

जलापूर्ति योजना का अब्दुल्ला ने किया उद्घाटन

उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “गंदेरबल के बाकुरा में जलापूर्ति योजना का उद्घाटन करते हुए बहुत खुशी हो रही है। यह एक महत्वपूर्ण परियोजना है जो 4,000 से अधिक लोगों के लिए स्वच्छ और भरोसेमंद पेयजल सुनिश्चित करेगी। यह सभी के लिए बुनियादी सुविधाओं और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”

उमर अब्दुल्ला ने गंदेरबल के पांडच में एक वृद्धाश्रम का भी उद्घाटन किया और इसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए सम्मान और देखभाल सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उमर अब्दुल्ला ने सफापोरा में सरकारी इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी कॉलेज में विज्ञान ब्लॉक की आधारशिला भी रखी। उन्होंने कहा, “प्रौद्योगिकी आधुनिक उद्यमिता की रीढ़ है। हमारे युवाओं को भविष्य का नेतृत्व करने के लिए सुसज्जित होना चाहिए।”

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कश्मीरी पंडितों के लिए खास है ये धार्मिक स्थल

खीर भवानी मंदिर कश्मीरी पंडितों के लिए हमेशा एक बहुत महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह प्रसिद्ध मंदिर देवी राग्न्या देवी को समर्पित है। राग्न्या देवी माता दुर्गा का एक अवतार मानी जाती हैं। बता दें कि मंदिर का नाम ‘खीर’ के नाम पर रखा गया है। खीर चावल से बनता है और इसे भक्त देवी को चढ़ाते हैं। खीर भवानी मंदिर के पास एक पवित्र जल कुंड है। ऐसी मान्यता है कि इसके पानी का रंग बदलता है।

खीर भवानी मंदिर श्रीनगर के तुलमुल गांव के पास स्थित है। पूरे देश भर से लोग इस मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आते हैं। ऐसी भी मानता है कि यह मंदिर अपना रंग भी बदलता रहता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार लंका नरेश रावण खीर भवानी देवी का भक्त था और मां भी उससे हमेशा प्रसन्न रहती थीं। लेकिन जब माता सीता का हरण हुआ तब माता खीर भवानी रावण से नाराज हो गईं। इस मंदिर का निर्माण महाराजा प्रताप सिंह ने साल 1912 में करवाया था जबकि इसका जीर्णोद्धार महाराजा हरि सिंह ने कराया था।