Jammu Kashmir Assembly Election: अनुच्छेद-370 के हटने के पांच साल बाद केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसके लिए आखिरी तारीख 30 सितंबर तय की है। इसको लेकर अब राज्य में चुनावी तैयारियां तेज हो गई हैं। आज इसी के चलते इलेक्शन कमीशन की टीम श्रीनगर पहुंची है। इस टीम में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से लेकर अन्य चुनाव आयुक्त भी पहुंचे।
चुनाव आयोग ने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में राजनीतिक दलों की मीटिंग रखी, जिसमें शामिल होने के लिए बीजेपी से लेकर कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और अन्य दलों के नेता पहुंचे हैैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों अपने हितों के हिसाब से चुनाव आयोग के सामने डिमांड रख सकते हैं।
बीजेपी को जनता की भागीदारी बढ़ने की उम्मीद
चुनाव आयोग द्वारा रखी गई मीटिंग में पहुंचे जम्मू-कश्मीर बीजेपी के नेता रफीक वानी ने कहा है कि बीजेपी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। हमें उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव की तरह लोग विधानसभा चुनाव में भी हिस्सा लेंगे।
वहीं जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रवक्ता सुनील सेठी ने कहा कि हम चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव जल्द से जल्द हों। बीजेपी चुनावों के लिए तैयार है। हमें सुरक्षा और चुनावों के चरणबद्ध तरीके से होने को लेकर कुछ चिंताएं हैं, जो चुनाव आयोग के सामने रखी जाएंगी।
प्रमुख चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के साथ चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एस एस संधू भी हैं। आयोग सभी जिलों के चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक करेगा। साथ ही पुलिस अधीक्षक, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ भी तैयारियों की समीक्षा होगी।
जल्द हो सकता है चुनावी तारीखों का ऐलान
बता दें कि चुनाव आयोग की टीम तीन दिनों के लिए राज्य के दौरे पर है और चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर दी है। ऐसे में माना जा रहा है कि समीक्षा के बाद आयोग जानकारी मीडिया के साथ भी शेयर करेगा।
माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई 30 सितंबर की डेडलाइन के चलते ही जल्द ही राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी की जा सकती है।
गौरतलब है कि इसी साल मार्च में भी मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने राज्य का दौरा किया था, उस दौरान उन्होंने कहा था कि जल्द से जल्द से जम्मू- कश्मीर में चुनाव कराए जाएंगे। उस समय तक 2 आयुक्तों के पद खाली थे, जो की बाद में लोकसभा के चुनाव की घोषणा के बाद भर गए थे।
