जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को श्रीनगर में कई मस्जिदों और मदरसों की तलाशी ली। पुलिस ने बताया कि यह तलाशी आतंकवाद का समर्थन करने वाले इकोसिस्टम और कट्टरपंथ को खत्म करने के मकसद से की गई है।
10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के पास हुए बम धमाके के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस केंद्र शासित प्रदेश में कई जगहों पर छापेमारी की है। पुलिस ने बताया कि तलाशी और छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरणों, दस्तावेजों और अन्य सामान की जांच की गई।
दिल्ली में हुए बम धमाके के बाद एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश पुलिस ने किया था। इस आतंकी मॉड्यूल में शामिल कई संदिग्ध फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में काम करते थे।
हरियाणा के फरीदाबाद में मिला था विस्फोटक
बम धमाके की घटना वाले दिन ही हरियाणा के फरीदाबाद में 2,900 किलोग्राम विस्फोटक का जखीरा बरामद हुआ था। जब्त किए गए विस्फोटकों में 14 नवंबर को श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में धमाका हुआ था। इसमें नौ लोगों की मौत हो गयी और 32 घायल हो गये थे। यह धमाका तब हुआ था जब फॉरेंसिक एक्सपर्ट इसका सैंपल ले रहे थे।
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जमात-ए-इस्लामी के ठिकानों पर दी थी दबिश
कुछ दिन पहले ही कश्मीर घाटी में जमात-ए-इस्लामी से जुड़े ठिकानों पर भी पुलिस ने दबिश दी थी। दिल्ली बम धमाके के दौरान कार चला रहा डॉ. उमर नबी कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला था।
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