Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को पुंछ जिले के मंडी क्षेत्र में एलओसी के पास तीन और एके-47 राइफलें और भारी मात्रा में गोला-बारूद जब्त किया। अधिकारियों ने बताया कि इस घटनाक्रम के साथ ही गिरफ्तार किए गए तीन सैन्य पोर्टरों से लंबी पूछताछ की गई। इसके बाद अब तक कुल सात एके-47 राइफलें बरामद हो चुकी हैं।

लगभग दो हफ्ते पहले भी पुलिस ने दो अलग-अलग जगहों से गोला-बारूद के साथ चार एके राइफलें जब्त की थीं। अधिकारियों ने बताया कि तीनों की पहचान आजमाबाद के तारिक शेख, चैंबर किनारी गांव के रियाज अहमद और मोहम्मद शफी के तौर पर हुई है। पुलिस ने पुंछ जिले में अपने आतंकी नेटवर्क को फिर से खड़ा करने की हिज्बुल मुजाहिदीन की योजना को नाकाम कर दिया। दो हफ्ते पहले गिरफ्तार किए गए तीनों की उम्र 20 साल के आसपास है।

जम्मू क्षेत्र के आईजीपी भीमसेन टूटी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जम्मू कश्मीर पुलिस की शानदार जांच के लिए तारीफ की है। पोस्ट में कहा गया, “दृढ़ निश्चय और अथक जांच के बाद 3 आतंकवाद समर्थकों की गिरफ्तारी हुई, साथ ही पुंछ में 07 एके राइफलें (04 पहले ही बरामद हो चुकी हैं) और बड़ी मात्रा में युद्ध सामग्री बरामद हुई।”

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शेख और रियाज को किया गया था गिरफ्तार

इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों ने बताया कि शेख और रियाज को 30 अगस्त को आजमाबाद में छापेमारी के दौरान दो एके राइफलें बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था। लगातार पूछताछ के बाद पुलिस ने मंडी जलियां में शेख के किराए के आवास से दो और एके राइफलें जब्त कीं और चैंबर किनारी गांव से शफी को गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं सूत्रों ने यह भी बताया कि रविवार को सावजियन क्षेत्र में कांटेदार तार की सीमा बाड़ के पार से सात मैगजीन के साथ तीन और राइफलें बरामद की गईं।

पुलिस ने क्या बताया?

सूत्रों ने बताया कि एलओसी के पार से दो खेपों की तस्करी करने के बाद, तीसरी खेप को ले जाने से पहले पोर्टरों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से आतंकवादी कंटीली तार की बाड़ के पास हथियारों की खेप गिरा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर हबीबुल्लाह के लिए काम करता था, जो 1990 के दशक में सावजियां से एलओसी पार कर पीओके में रहने लगा था। पुलिस ने बताया कि वह हाल ही में पुंछ में हिजबुल को फिर से जिंदा करने के लिए एक्टिव हुआ था।

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