जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने रविवार को कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश दिया है कि वे राज्य को इस कदर चमकाएं, ताकि पाक अधिकृत कश्मीर के बाशिंदे यहां आकर सेटल होने की हसरत पालें। श्रीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए मलिक ने कहा, “यदि हम उस मुमकिन काम को करते हैं, जिसे हम कर भी सकते है, तो पाक अधिकृत कश्मीर के लोग, जिनका जीवन वहां कठिन है, वे भी यहां रहना चाहेंगे।”
सत्यपाल मलिक को पिछले साल अगस्त महीने में जम्मू-कश्मीर का कार्यभार सौंपा गया था। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और बीजेपी की साझा सरकार टूटने के बाद से बतौर राज्यपाल प्रदेश की कमान मलिक के ही हाथों में है। पिछले महीने जब चुनाव आयोग ने कहा था कि राज्य में चुनाव प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उसके ठीक बाद ही प्रदेश को मिलने वाले स्पेशल स्टेटस आर्टिकल 370 और 35 को केंद्र सरकार ने हटा दिया। जम्मू-कश्मीर कि स्थिति अब केंद्रशासित प्रदेश की है। हालांकि, प्रधानमंत्री ने भी गृहमंत्री के बातों को दोहराते हुए कहा है कि सही समय आने पर प्रदेश के राज्य का दर्जा वापस दे दिया जाएगा।
जब से कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया गया है, तब से पाकिस्तान भी लगातार इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहा। पाकिस्तान के भीतर भी सियासत इसी मुद्दे के ईर्द-गिर्द घूम रही है। यही वजह हे कि वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान पीओके में कई बार जनता को संबोधित कर चुके हैं। दूसरी तरफ भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर साफ लफ्जों में कह दिया है कि जम्मू-कश्मीर का मसला उसका आंतरिक विषय है और वह किसी की भी दखलंदाजी नहीं सहेगा।