जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन की सरकार गठन की घोषणा अगले हफ्ते होगी क्योंकि दोनों दलों के बीच अफस्पा और अनुच्छेद 370 जैसे विवादास्पद मुद्दों पर मतभेद ‘सुलझा लिए गए’ हैं और न्यूनतम साझा कार्यक्रम को ‘अंतिम रूप’ दिया जा रहा है।

राज्य भाजपा के वरिष्ठ नेता निर्मल सिंह ने रविवार को यहां कहा कि घोषणा महज औपचारिकता है क्योंकि इन दो मुद्दों पर ‘सहमति बन गई है।’ राज्य के संभावित उपमुख्यमंत्री के रूप में देखे जाने वाले सिंह ने कहा, ‘औपचारिक घोषणा अगले हफ्ते की जाएगी।’ भाजपा सांसद और राज्य के पार्टी प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने भी कहा, ‘वार्ता अंतिम चरण में है और जम्मू-कश्मीर में जल्द ही मजबूत और स्थायी सरकार होगी।’

निर्मल सिंह ने कहा, ‘रास्ता तलाश लिया गया है क्योंकि मतभेदों (विवादास्पद मुद्दो पर) को सुलझा लिया गया है। दोनों दलों ने एक-दूसरे की भावनाओं और मुख्य सिद्धांतों का ख्याल रखा है।’ उन्होंने कहा कि दोेनों दल सीएमपी को ‘अंतिम रूप देने में’ व्यस्त हैं और सरकार गठन से पहले इसे सार्वजनिक किया जाएगा।

यह पूछने पर कि क्या उनकी पार्टी अफस्पा पर अपने रुख को नरम करेगी, उन्होंने कहा, ‘हमारे रुख में नरमी लाने का सवाल ही नहीं है। लेकिन हां, इस तरह के कानून में एक नियत प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।’ बहरहाल सिंह ने कहा कि अफस्पा जैसे मुद्दों पर निर्णय ‘एकीकृत कमान’ के मुताबिक किया जाएगा जो राज्य की संपूर्ण सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखकर कोई निर्णय करेगा।

भाजपा सांसद और राज्य के पार्टी प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा, ‘वार्ता अंतिम चरण में है और जम्मू-कश्मीर में जल्द ही मजबूत और स्थायी सरकार होगी।’ वहीं पीडीपी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘राज्य के लोगों को दुर्दशा से बाहर निकालने के लिए समय की जरूरत है कि दोनों पक्ष लचीलापन दिखाएं।’ उन्होंने कहा, ‘हम लोगों के सामने जो न्यूनतम साझा कार्यक्रम लाएंगे उससे साबित होगा कि दोनों पक्षों ने राज्य के तीनों क्षेत्रों के लोगों की आकांक्षाओं का सम्मान करने का निर्णय किया है।’