विदेशमंत्री एस. जयशंकर के रूस के साथ भारत के संबंधों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एक प्राइवेट न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी कल रूस जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “अगर आप आजादी के बाद रूस के साथ हमारे इतिहास को देखें, तो मैं कह सकता हूं कि रूस ने कभी भी हमारे हितों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने वाला कुछ नहीं किया है।”

उन्होंने आगे कहा, “ऐसे बहुत कम देश हैं जिनके बारे में आप ऐसा कह सकते हैं। आज रूस की स्थिति अलग है। मुझे लगता है कि रूस का वेस्ट के साथ संबंध स्पष्ट रूप से टूट गया है। इसलिए  अब आपके पास एक ऐसा रूस है, जो एशिया की ओर बहुत ज्यादा मुड़ रहा है…क्या हमें, एक एशियाई देश के रूप में, राष्ट्रीय हित में हमारे लिए जो अच्छा है, उसे नहीं अपनाना चाहिए?”

पीएम मोदी की लीडरशिप की तारीफ

एक अन्य सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी रूस गए और वहां व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। फिर वो कीव भी गए। पिछले दस सालों को देखिए… इस समय युक्रेन में युद्ध चल रहा है। कितने देशों में, कितने प्रधानमंत्रियों में, कितने नेताओं में यह क्षमता है कि वे मॉस्को जाकर, खुलकर बात कर सकें, कीव जाकर, खुलकर बात कर सकें, वापस मॉस्को जाकर, वापस कीव जाकर, खुलकर बात कर सकें?

‘अमेरिका चीन के विकास को नहीं रोक पाएगा’, पुतिन का बड़ा दावा

उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह से मिडिल ईस्ट में एक और युद्ध चल रहा है। बहुत सारे लोग नहीं जानते हैं कि पिछले साल भी वास्तव में हमने कितनी बार ईरान और इजरायल के साथ बातचीत की है। लोग हम पर भरोसा करते हैं कि हम उनके हितों के लिए खड़े होंगे। G7 बहुत उत्सुक है, हमें अपने सम्मेलन में बुलाता है। आप एक बड़े डेमोक्रेटेिक मार्केट और प्रभावशाली प्लेयर हैं।

लद्दाख LAC विवाद पर क्या कहा?

इसी कार्यक्रम में जब उनसे लद्दाख में LAC पर चीन के साथ चल रहे विवाद पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भारत और चीन पैट्रोलिंग व्यवस्था पर एक समझौते पर पहुंच गए हैं। इस समझौते से से मई 2020 से पहले की स्थिति वापस आ सकेगी। उन्होंने कहा कि यह पॉजिटिव और सकारात्मक डेवलपमेंट है। उन्होंने कहा, “विदेश सचिव ने जो कहा है, वही मैं भी कह सकता हूँ, कि हम पेट्रोलिंग पर एक समझौते पर पहुंच गए हैं और इसके साथ ही हम 2020 में जहां थे, वहां वापस आ गए हैं। हम कह सकते हैं कि चीन के साथ डिसएंगेजमेंट प्रक्रिया पूरी हो गई है…ऐसे एरिया हैं, जो 2020 के बाद कई वजहों से क्योंकि उन्होंने हमें रोका था इसलिए हमने उन्हें रोक दिया। तो अब यह हुआ है कि हम एक समझ पर पहुंच गए हैं जो पेट्रोलिंग की इजाजत देगा।”