Jaipur-Ajmer Highway Accident Updates: जयपुर-अजमेर हाईवे पर बहुत ही विनाशकारी हादसा हुआ था। इसमें 18 लोगों की जान चली गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। विजिता मीना नाम की एक महिला आग की लपटों से घिरी हुई थी और भाग रही थी। एक राहगीर ने उसकी मदद की और आग को बुझाया। हालांकि, सवाई मान सिंह अस्पताल में उसकी मौत हो गई। उसके पिता ने इस बात की जानकारी इंडियन एक्सप्रेस को दी।

एलपीजी टैंकर और ट्रक के बीच में जोरदार टक्कर हो गई। इसके बाद बहुत तेज धमाका हुआ और आग लग गई। पांच लोगों की हालत अभी भी काफी गंभीर बताई जा रही है। एलएलबीएस महिला टीटी कॉलेज से बीएड कर रही विजिता धमाके के समय अपने घर पर जा रही थी। वह इस हादसे में करीब 70 फीसदी जल गईं और बुधवार की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया।

विजिता ने फोन कर दी हादसे की जानकारी

बुधवार को अस्पताल में तीन लोगों की मौत हो गई। विजिता के पिता के शव को प्रतापगढ़ वापस ले जा रहे हैं। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उसने उस शख्स का फोन मांगा और हमें तुरंत जयपुर आने के लिए कहा था। इसके बाद से ही हम उसके साथ में है। एसएमएस अस्पताल के असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट प्रदीप शर्मा के मुताबिक, एलपीजी धमाके से होने वाली जलन आम तौर पर काफी गंभीर होती है और मरीज कभी-कभी प्रतिक्रिया नहीं करते। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पांच अन्य मरीजों की हालत गंभीर है और हम लगातार उन पर नजर बनाए हुए हैं।

‘मुझे कोई बचा लो, कोई गाड़ी में ले चलो, किराया मैं दे दूंगा’

कार डीलर के यहां काम करने वाले युवक की मौत

पीड़ितों के परिवार के लिए यह हादसा काफी दुख देने वाला था। महेंद्र के परिवार ने बताया कि हादसे के समय वह अजमेर जा रहा था। वह जयपुर में एक कार डीलर के यहां पर काम करता था। हादसे के कुछ ही घंटों के बाद उसकी जलकर मौत हो गई। उनके परिवार में माता-पिता और तीन बहनें हैं। उनके चाचा माधो राम ने बताया, ‘हमें उस दिन दोपहर 3 बजे अस्पताल के अधिकारियों से फोन आया और हम जयपुर के लिए रवाना हो गए।’ ‘उनके माता-पिता उन्हें पहचान नहीं पाए। वह बहुत बुरी तरह जल गए थे।’

पुलिस ड्राइवर से पूछताछ में जुटी

विजिता की ही तरह शाहबुद्दीन ने भी अपने घर पर फोन करके अपने परिवार को इस धमाके के बारे में जानकारी दी। यूपी के बरेली की रहने वाली शाहबुद्दीन की कुछ ही घंटों के बाद में मौत हो गई। जिब्राइल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘उसने हमें फोन करके बताया कि वह पूरी तरह जल गया है। वह अहमदाबाद से जयपुर में मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स को पहुंचाता था और उसने हमें मालिक को यह बताने के लिए कहा कि वाहन तबाह हो गया है।’ उन्होंने आगे कहा कि परिवार अब दो लाख रुपये मुआवजे की उम्मीद कर रहा है। साथ ही पुलिस अब टैंकर के ड्राइवर से पूछताछ कर रही है। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि उसे दिन असल में क्या हुआ था। डीसीपी अमित बुडानिया ने बताया कि ड्राइवर किसी तरह से अपनी जान बचाने में कामयाब हो गया था। छोटी सी पोटली में समा गया शरीर, DNA सैंपल से हो रही पहचान, जयपुर टैंकर ब्लास्ट की दर्दनाक है दास्तान पढ़ें पूरी खबर…