हनुमान जयंती के मौके पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में हिंसा भड़क गई थी जिसमें 8 पुलिसकर्मियों समेत नौ लोग घायल हो गए थे। हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभा यात्रा पर असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया, जिसके बाद दो समुदाय आमने-सामने आ गए। इस दौरान पथराव, आगजनी और यहां तक की गोलियां भी चलीं। पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। वहीं, इस हिंसा के दौरान गोली चलाने के आरोपी असलम के चाचा का बयान भी सामने आया है। आरोपी असलम के चाचा ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने उनके भतीजे पर गलत आरोप लगाए हैं।
गोली चलाने के आरोपी असलम के चाचा शेख ने कहा, “दिल्ली पुलिस ने मेरे भतीजे पर गलत आरोप लगाया है।” शेख का दावा था कि हिंसा के वक्त असलम वहां पर मौजूद नहीं था। असलम पर गोली चलाने के लगे आरोपों पर शेख ने कहा, “पुलिस को लगता है कि अगर मेरे भतीजे ने फायरिंग की है तो उसे गोली मार दो।”
आरोपी के चाचा ने दिल्ली पुलिस द्वारा गोली चलाने के आरोपों पर कहा, “कौन सा वीडियो फुटेज है जिसमें असलम फायरिंग करते देखा गया, ये दिखाया जाए। अगर वीडियो फुटेज में असलम फायरिंग करते हुए दिखाई दे जाता है तो मैं अपनी गर्दन कटा लूंगा।” शेख का दावा है कि असलम ऐसा काम नहीं कर सकता है और पुलिस ने गलत आरोपों में असलम को फंसाया है।
पुलिस ने अब तक 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया
जहांगीरपुरी हिंसा में गोली चलाने वाले की पहचान असलम के रूप में हुई थी, इस हिंसा में एक एएसआई को गोली लगी थी। पुलिस ने आरोपी असलम के पास से पिस्तौल भी बरामद किया है। हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जहांगीरपुरी इलाके में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिस ने पैदल मार्च भी किया।
