Farmers Leader Jagjit Singh Dallewal: सुप्रीम कोर्ट ने आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के सेहत के बारे में पंजाब सरकार से तुलनात्मक रिपोर्ट मांगी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की सेहत से जुड़ी पहले और अब की सारी मेडिकल रिपोर्ट उन्हें दी जाएं। पंजाब के मुख्य सचिव रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार को सौंप दें। इसके बाद एम्स के डायरेक्टर से राय ली जाएगी।
लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एनके सिंह की बेंच ने यह आदेश तब पारित किया जब पंजाब राज्य ने कहा कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है, लेकिन बाद में साफ किया कि स्थिति में सुधार होने के बजाय उनकी हालत स्थिर है। बेंच के सामने वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने दलील देते हुए कहा कि प्रदर्शन करने वाली जगह से केवल 10 मीटर की दूरी पर मेडिकल सुविधा मौजूद है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि डल्लेवाल के पैरामीटर सुधर रहे हैं।
कपिल सिबल्लब पर भड़के जस्टिस कांत
जैसे ही वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि डल्लेवाल की हालत में सुधार हो रहा है। जस्टिस सूर्यकांत इस बात पर भड़क उठे और उन्होंने सवाल किया कि सरकार कैसे कह सकती है कि किसी शख्स की स्थिति में सुधार हो रहा है, जबकि वह करीब सात हफ्तों से ज्यादा वक्त से आमरण अनशन पर है।
पूजा खेडकर को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत
जस्टिस कांत ने कहा, ‘पिछली बार कुछ अधिकारियों ने एक हलफनामा दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि उनकी हालत बिगड़ रही है, अब आप कह रहे हैं कि उनके पैरामीटर में सुधार हो रहा है? यह कैसे हो सकता है? एक तरफ आप कह रहे हैं कि आपके डॉक्टर 24×7 मौजूद हैं और आपकी मेडिकल टीम वहां मौजूद है, फिर पैरामीटर में कैसे सुधार हो रहा है? जिस व्यक्ति के बारे में हम कह रहे हैं कि उसे वहां इसलिए रखा गया है क्योंकि कुछ लोग उस पर साथियों का दबाव बना रहे हैं।’
29 जनवरी को होगी मामले की सुनवाई
इसके बाद कपिल सिब्बल ने साफ किया कि डल्लेवाल की जांच के लिए गठित कमेटी के आधार पर यह बयान दिया गया है। उन्होंने कहा कि डल्लेवाल के पैरामीटर में सुधार नहीं हो रहा है, बल्कि यह स्थिर है। आज कपिल सिब्बल ने यह भी कहा कि समिति की बैठक के बाद से प्रभावी कदम उठाए गए हैं और मामले में काफी विकास हुआ है। अब इस मामले की सुनवाई 29 जनवरी को होगी। आखिर किस मामले में ED की सुप्रीम कोर्ट ने की खिंचाई पढे़ं विस्तृत रिपोर्ट…
