संसद परिसर में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारने के आरोप में एक वकील ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। सांसदों के निलंबन के खिलाफ मंगलवार को संसद की सीढ़ियों पर विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के दौरान बनर्जी ने धनखड़ की नकल उतारी जिसकी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी निंदा की है। वहीं, इस विवाद पर सफाई देते हुए TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि मेरा किसी को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था।
मिमिक्री विवाद पर TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, “मेरा किसी को ठेस पहुंचाने का इरादा कभी नहीं था। धनखड़ साहब मुझसे बहुत वरिष्ठ हैं, मुझे नहीं पता कि उन्होंने इसे अपने ऊपर क्यों लिया है। मेरा सवाल यह है कि अगर उन्होंने इसे अपने ऊपर ले लिया है, तो क्या वे राज्यसभा में इस तरह का व्यवहार करते हैं?” टीएमसी सांसद ने कहा कि उपराष्ट्रपति समेत किसी को ठेस पहुंचाने का इरादा बिल्कुल नहीं था, वह संवैधानिक पदों का सम्मान करते हैं। कल्याण बनर्जी ने कहा कि मिमिक्री करना कोई अपराध नहीं है, बीजेपी इस मुद्दे को बदलने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या विपक्षी सांसदों का निलंबन सही था।
पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति को किया फोन
वहीं, इस मुद्दे पर राष्ट्रपति और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी आपत्ति जताई है। पीएम मोदी ने भी इस विवाद पर आपत्ति जताते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ को फोन किया और कहा कि वह 20 सालों से ऐसा अपमान झेल रहे हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘वकील अभिषेक गौतम ने मंगलवार की शाम को डिफेंस कॉलोनी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। हमने उसे नयी दिल्ली जिला पुलिस के पास भेजा है।’’
गौतम ने अपनी शिकायत में कहा कि वीडियो भारत के उपराष्ट्रपति का, उनकी जाति के साथ ही किसान और एक वकील के रूप में उनकी पृष्ठभूमि का अपमान करने और बदनाम करने के इरादे से बनाया गया था। उन्होंने मांग की कि तृणमूल सांसद और वीडियो में दिखाई दे रहे अन्य लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और आईटी अधिनियम की उचित धाराओं के तहत FIR दर्ज की जाए।
जगदीप धनखड़ ने सदन में उठाया था मुद्दा
मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बनर्जी द्वारा कार्यवाही के संचालन की नकल उतारे जाने का मोबाइल फोन से वीडियो बनाते देखे गए। टीवी चैनलों पर नकल उतारे जाने का वीडियो क्लिप प्रसारित होने के बाद राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में यह मुद्दा उठाया था। धनखड़ ने राज्यसभा में अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा था कि वह व्यक्तिगत रूप से आहत हैं क्योंकि उनकी किसान और जाट पृष्ठभूमि को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा, “कल्पना कीजिए कि मेरे दिल पर क्या गुजर रही होगी जब आपके वरिष्ठ नेता ने एक संसद सदस्य द्वारा सभापति का मजाक उड़ाए जाने की वीडियोग्राफी की।”