मानसून के प्रकोप से जूझ रहे तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने गुरुवार को केंद्र को राज्य में बाढ़ की स्थिति से अवगत कराया और कहा कि उनकी सरकार अगले हफ्ते तक केंद्रीय मदद की मांग करने वाला एक विस्तृत ज्ञापन सौंपेंगी। राज्य सरकार ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ टेलीफोन पर बातचीत में जयललिता ने उन्हें स्थिति से अवगत कराया और आकलन के लिए केंद्र की ओर से एक दल भेजने की मांग की।
सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया कि जैसे ही केंद्र को ज्ञापन मिलता है, दल को तैनात कर दिया जाएगा। चीन यात्रा पर गए सिंह ने वहां से ट्वीट किया कि उन्होंने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री से बात की है और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। सिंह ने अपने ट्वीटों में कहा, ‘केंद्र बचाव और राहत अभियानों में तमिलनाडु की राज्य एजंसियों की मदद कर रहा है। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री को हर संभव मदद का आश्वासन दिया’। राज्य सरकार ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को अभूतपूर्व बारिश और बाढ़ के कारण तमिलनाडु में विशेषकर चेन्नई, तिरूवल्लूर, कांचीपुरम और कड्डलोर में पैदा हुए हालात से अवगत कराया है’।
सरकारी बयान में कहा गया है कि जयललिता ने उन्हें यह भी संकेत दिया कि राज्य सरकार राष्ट्रीय आपदा मोचन फंड और केंद्रीय सरकार से अन्य आर्थिक मदद प्राप्त करने के लिए 23 नवंबर तक अपना विस्तृत ज्ञापन पत्र सौंपेगी। इसमें कहा गया है कि उन्होंने उनसे तमिलनाडु में स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए एक केंद्रीय दल शीघ्र तैनात करने का अनुरोध भी किया और बिना किसी देरी के केंद्रीय मदद जारी किए जाने की सिफारिश की।
जयललिता ने उनकी सरकार के एहतियातन उठाए गए कदमों, उसके ‘व्यापक, तत्काल राहत व बचाव के प्रयासों’ और थलसेना, वायुसेना, नौसेना और तटरक्षक के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) जैसी केंद्रीय एजंसियों के साथ उसके प्रभावी समन्वय के बारे में सिंह को बताया।
दूसरी ओर तमिलनाडु में बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 100 से अधिक हो गई है। हालांकि उत्तर-पूर्वी मानसून के सक्रिय होने के साथ ही गुरुवार सुबह चेन्नई के कुछ हिस्सों में फिर से बारिश हुई। मुख्यमंत्री जयललिता ने एक बयान में कहा है कि पिछले दिनों में 24 और लोगों के मारे जाने की खबर मिली है। इससे बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 111 हो गई है। सबसे अधिक हताहत होने वालों की संख्या कुड्डालोर से है और यहां पर 12 लोगों की मौत हुई है। नौ लोग डूब गए हैं, दो लोगों की दीवार गिरने से मौत हो गई है और एक व्यक्ति की मौत बिजली के खंभे के गिरने से हुई है। बयान में बताया गया है कि कांचीपुरम में डूबने के कारण छह लोगों की मौत हुई है जबकि चेन्नई और वेल्लोर में क्रमश: तीन और दो लोगों की मौत हुई है। कन्याकुमारी में एक व्यक्ति की मौत करंट लगने से हुई है।
लोगों की मौत पर शोक जताते हुए जयललिता ने शोक संतप्त परिवारों को एक-एक लाख रुपए की मुआवजा देने की घोषणा की है। इस बीच, दो दिनों तक बारिश नहीं होने के बाद उपनगरीय तामबरम और कुंदरतुर सहित चेन्नई के कई इलाकों में बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 24 घंटों के दौरान विशेषकर पश्चिमी घाटों से लगे इलाकों में और बारिश होने का अनुमान जताया है।