Pune Techie Rape Case: पुणे की 22 साल की महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने एक डिलीवरी एक्जीक्यूटिव पर रेप का आरोप लगाया था। इसके तीन दिन के बाद पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि यह कोई रेप का मामला नहीं था। महिला ने जिस व्यक्ति पर रेप का आरोप लगाया था, उसे जांच के बाद कई शर्तों पर रिहा कर दिया गया है। पुलिस ने कहा कि महिला के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज किया गया है।

पांच बड़े खुलासे क्या-क्या हैं?

पहले बड़े खुलासे की बात करें तो शिकायतकर्ता ने कहा था कि उस शख्स ने खुद को डिलीवरी एग्जीक्यूटिव बताया। वह कूरियर बैंक डॉक्यूमेंट देने के बहाने आया था। वहीं जांच में पाया गया कि आरोपी डिलीवरी एजेंट नहीं था। वह पुणे में एक मल्टीनेशनल अकाउंटिंग फर्म में काम करता है और वह ऐसा व्यक्ति है जिसे शिकायतकर्ता एक साल से ज्यादा वक्स से जानती थी। वह व्यक्ति पहले भी शिकायतकर्ता के घर आ चुका था।

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अब बात दूसरे खुलासे की करें तो शिकायतकर्ता का बयान था कि आरोपी ने उससे पेन लाने को कह कर दरवाजा बंद कर लिया और उसके साथ रेप किया। वहीं जांच में मिला कि उसके घर में कोई जबरदस्ती एंट्री नहीं की थी। पुलिस को पता चला है कि घर में आने वाले शख्स के आने से ठीक पहले दोनों के बीच बातचीत और कॉल हुई थी। इससे पता चलता है कि यह मुलाकात दोनों की सहमति से हुई थी। शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी ने उसके चेहरे पर कोई चीज छिड़क दी थी। इसकी वजह से वह बेहोश हो गई और फिर उसके साथ रेप किया गया। जब वह एक घंटे बाद होश में आई, तो आरोपी भाग गया। वहीं जांच में पाया गया कि उस पर कुछ भी नहीं छिड़का गया था।

यह रेप का मामला नहीं- पुलिस

शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि जब वह बेहोश थी, तब आरोपी ने उसके फोन पर सेल्फी ली थी और उस पर एक धमकी भरा मैसेज छोड़ा था। हालांकि, जांच में मिला कि सेल्फी महिला की मंजूरी से उसके फोन पर ली गई थी व धमकी भरे मैसेज को बाद में शिकायतकर्ता ने खुद एडिट किया था। पुलिस ने कहा कि मामला रेप का नहीं है।

पुलिस के अनुसार, महिला ने पुलिस को देने से पहले फोन से कुछ चीजें डिलीट कर दी थीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने उस समय की कुछ और फोटो बरामद की हैं। उनसे पता चलता है कि वास्तव में क्या हुआ था। पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘मोबाइल सहित हमने तमाम सबूत इकट्ठा किए हैं। साथ ही हम इस रिजल्ट पर पहुंचे हैं कि यह रेप का मामला नहीं है। अब, हम उसके खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे।’ डिलीवरी एजेंट बनकर घर में घुसा