ISRO Solar Mission Aditya L-1: इसरो चंद्रयान-3 के सफल लॉन्च के बाद सूरज के नजदीक जाने की तैयारी कर रहा है। इस महीने के अंत तक इसरो अपने पहले सूर्य मिशन को लॉन्च कर सकता है। सूर्य मिशन पर जाने वाला सैटेलाइट बनकर तैयार हो चुका है। बेंगलुरु के URSC में आदित्य-एल1 (Aditya L1) सैटेलाइट को बनाया गया है। इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर बताया कि आदित्य-एल1 को बेंगलुरु के URSC से सतीश धवन स्पेस सेंटर पर लाया गया है। बता दें कि आदित्य-एल1 भारत का पहला सोलर मिशन है। सोशल मीडिया पर आदित्य-एल1 को लोग सूर्यायान के नाम से भी संबोधित कर रहे है। भारतीय सूर्ययान यानि आदित्य-एल1 में सात पेलोड्स है। इनमें से छह पेलोड्स इसरो और एक अन्य संस्थान ने बनाया है।

क्या है पूरा मिशन?

इस मिशन से संबंधित सबसे महत्वपूर्ण पेलोड विजिवल लाइन एमीसन करोनाग्राफ (VELC) है। इस पेलोड को इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स ने बनाया है। आदित्य-एल1 स्पेसक्राफ्ट को धरती और सूरज के बीच एल1 ऑर्बिट में रखा जाएगा। विशेष सुविधाजनक बिंदु L1 से चार पेलोड सीधे सूर्य को देखेंगे। अन्य तीन पेलोड लैग्रेंज बिंदु (एल1) पर कणों और क्षेत्रों का इन-सीटू अध्ययन करने के लिए हैं। बता दें कि लैरेंजियन प्वाइंट को अंतरिक्ष का पार्किंग स्पेस भी कहा जाता है। यहीं पर आदित्य-एल1 को राल्हा जाएगा। आदित्य-एल1 पृथ्वी से करीब 15 लाख किमी दूर स्थित एल1 पॉइंट पर रखा जाएगा। इसी जगह से वह सूरज का अध्ययन करेगा। आदित्य-एल1 सूरज के करीब नहीं जाएगा।

क्या है खासियत?

आदित्य-एल1 में लगा VELC सूरज का HD फोटो लेगा। इस स्पेसक्राफ्ट को PSLV रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा। वीईएलसी पेलोड के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर राघवेंद्र प्रसाद ने कहा कि इस पेलोड में लगा वैज्ञानिक कैमरा सूरज की हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें लेगा। साथ ही स्पेक्ट्रोस्कोपी और पोलैरीमेट्री भी करेगा। प्रक्षेपण की तारीख के बारे में पूछे जाने पर इसरो के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा इसे सितंबर के पहले सप्ताह में लॉन्च किया जा सकता है। इसरो ने कहा कि इस मिशन से वास्तविक समय में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभाव को देखने का अधिक लाभ मिलेगा।

सूर्य पर अब तक जा चुके हैं 22 मिशन

सूरज पर अब तक अमेरिका, जर्मनी, यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने कुल 22 मिशन भेजे है। अब तक एक ही मिशन असफल हुआ है वहीं एक ने आंशिक सफलता हासिल की है। अब तक सबसे ज्यादा मिशन नासा ने भेजे हैं। नासा ने पहला सूर्य मिशन साल 1960 में भेजा था। इस मिशन का नाम पायोनियर-5 था। जर्मनी ने अपना पहला सूर्य मिशन साल 1974 में भेजा था। वहीं यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने अपना पहला मिशन नासा के साथ मिलकर 1994 में भेजा था।