नेशनल इन्‍वेस्‍ट‍िगेशन एजेंसी को एक बड़ी कामयाबी मिली है। अबू धाबी में इस्‍लामिक स्‍टेट के लिए लोगों की भर्ती करने का आरोपी अदनान दामुदी उसकी गिरफ्त में आ गया है। खाड़ी देश द्वारा सौंपे जाने के बाद अदनान को शुक्रवार को एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि अदनान हुसैन ने पिछले साल हैदराबाद के चार लोगों को आईएस में भर्ती करने की कोशिश की थी। उसने कथित तौर पर इन युवाओं को सीरिया जाने के लिए लालच दिया था। अदनान के अलावा खाड़ी देश ने दो अन्‍य आईएस समर्थक भारतीयों को सौंपा है। इनमें से एक ठाणे, जबकि दूसरा जम्‍मू कश्‍मीर का रहने वाला है। इनकी पहचान, शेख अजहर अल इस्‍लाम अब्‍दुल सत्‍तार शेख और मोहम्‍मद फरहान मोहम्‍मद रफीक शेख के तौर पर हुई है।

तीनों को बुधवार को दिल्‍ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किए जाने के बाद उनसे पूछताछ की जा रही है। 34 साल का अदनान कर्नाटक के भटकल का रहने वाला है। कॉमर्स में ग्रेजुएट अदनान पेशे से एक अकाउंटेंट है, जो 2012 में खाड़ी देश चला गया था। आरोप है कि इसके बाद से वह आईएसआईएस के लिए कथित तौर पर ऑनलाइन रिक्रूटमेंट करने लगा।

अदनान की ऑनलाइन गतिविधियों पर भारतीय खुफिया एजेंसी की नजर थी। उसने कथित तौर पर हैदराबाद के चार युवाओं को सीरिया जाने के लिए उकसाया। उनके लिए पैसों का इंतजाम भी किया। हालांकि, तेलंगाना पुलिस ने इन युवाओं को पश्‍च‍िम बंगाल के मालदा में ही पकड़ लिया और उन्‍हें हैदराबाद वापस भेज दिया। यह भी आरोप है कि अदनान दामुदी इंडियन मुजाहिदीन के पूर्व सदस्‍य भटकल निवासी सुल्‍तान अरमार के संपर्क में था। आईएस से जुड़ी साइट्स का दावा है कि सुल्‍तान आतंकियों के लिए लड़ते हुए सीरिया के कोबानी शहर में मारा गया। जांचकर्ताओं का कहना है कि अदनान कई ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म के जरिए भारत के कई युवाओं के संपर्क में था।