Delhi Blast Latest Update: दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके ने पूरे देश को दहला दिया है। खुफिया एजेंसियों ने अपनी जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है, लेकिन एक फिदायीन हमले की आशंका से इनकार भी नहीं किया जा रहा है।
सोमवार शाम करीब 6:52 बजे, नेताजी सुभाष चंद्र बोस मार्ग के ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी एक i20 गाड़ी में जोरदार ब्लास्ट हुआ। धमाके की चपेट में कम से कम छह अन्य वाहन आ गए। आग इतनी भयानक थी कि उसे काबू में करने के लिए फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर भेजनी पड़ीं। इस विस्फोट में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
पांच प्वाइंट में समझिए क्यों इस हमले को फिदायीन नजरिए से देखा जा रहा है-
1. UAPA की धाराएं लगीं- आतंकी साजिश के संकेत
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जो FIR दर्ज की है, उसमें UAPA की धारा 16 और 18 लगाई गई है। ये धाराएं सीधे तौर पर आतंकवाद और उसकी सजा से जुड़ी हैं। इसके अलावा विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 और 4 भी लगाई गई हैं। इससे साफ है कि जांच एजेंसियां इस पहलू पर भी जांच कर रही है।
2. गाड़ी का पुलवामा कनेक्शन
‘आज तक’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस i20 गाड़ी में धमाका हुआ, वह हरियाणा के गुरुग्राम RTO (नॉर्थ) में रजिस्टर्ड थी। उसका नंबर HR 26 Y 7624 था। जांच में गाड़ी के मालिक का नाम मोहम्मद सलमान निकला है जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सलमान ने पूछताछ में बताया कि उसने यह गाड़ी तारिक नाम के व्यक्ति को बेची थी जो जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है। फिलहाल तारिक को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
3. क्या गाड़ी में आतंकी डॉक्टर उमर मोहम्मद था?
सूत्रों के अनुसार, इस ब्लास्ट के तार फरीदाबाद के टेरर मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं। सोमवार को ही फरीदाबाद में 2900 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ था। जांच एजेंसियों को शक है कि आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद उसी i20 गाड़ी में सवार था जिसमें धमाका हुआ। हालांकि अभी इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एजेंसियां गाड़ी में मारे गए सभी लोगों का डीएनए टेस्ट करा रही है।
भारत की आतंकी समयरेखा: 19 साल के प्रमुख विस्फोट
4. गाड़ी की संदिग्ध गतिविधि
सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि i20 गाड़ी कई घंटे तक लाल किले के पास सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में खड़ी रही। ‘आज तक’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शाम 6:48 पर गाड़ी पार्किंग से निकली और सिर्फ चार मिनट बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस मार्ग पर धमाका हो गया।
सवाल उठता है कि तीन घंटे तक गाड़ी मस्जिद के पास क्यों खड़ी रही और धमाके से कुछ मिनट पहले ही वहां से क्यों निकली? पुलिस अब इस पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच कर रही है।
5. फरीदाबाद कनेक्शन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह i20 गाड़ी फरीदाबाद की “रॉयल कार जोन” नाम की कार डीलरशिप से खरीदी गई थी। यह डीलरशिप फरीदाबाद के सेक्टर 37 में स्थित है। मीडिया पोर्टल्स ने जब वहां के संचालक से संपर्क करने की कोशिश की, तो उनका फोन बंद मिला।
