केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी। इसके बाद ये अटकलें लगाई जाने लगीं कि वे जेपी नड्डा के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं। जब मंगलवार को उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया और बात टाल गए।
ग्वालियर में कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा, “मैं कृषि मंत्री हूं और मेरी एकमात्र भक्ति किसानों के प्रति है।” चौहान ने कहा, “मैं एक बात कहना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी है। इस समय कृषि मेरे रोम-रोम में है और किसान मेरी सांसों में हैं। अर्जुन और चिड़िया की आंख की तरह, मेरा एकमात्र लक्ष्य उत्पादन बढ़ाना, ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना और किसानों की आय बढ़ाना है।”
मैंने कभी इसके बारे में नहीं सोचा – शिवराज सिंह चौहान
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सवाल पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “न तो मैंने कभी इसके बारे में सोचा है, न ही किसी ने मुझे बताया है। मैं इसके बारे में सोच भी नहीं सकता। मैं कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री हूं। मैं इस काम को पूजा की तरह कर रहा हूं। किसानों की सेवा मेरे लिए ईश्वर की पूजा है और मैं यह पूजा करते रहना चाहता हूं।”
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद होने की संभावना है। शिवराज सिंह चौहान के अलावा, धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और भूपेंद्र यादव के नामों पर भी अध्यक्ष पद के लिए विचार किया जा रहा है। अगर दक्षिण भारत से नया अध्यक्ष चुना जाना है, तो केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी का नाम संभावित उम्मीदवारों की रेस में सबसे आगे है। मध्य प्रदेश में 16 साल से ज्यादा समय तक शासन करने वाले शिवराज सिंह चौहान भारत के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्रियों में से एक हैं।