बुकर पुरस्कार विजेता अरुधंति रॉय ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की है। ‘बीबीसी’ को दिए इंटरव्यू में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पीएम मोदी से तुलना की है। अरुंधति ने पीएम मोदी को असफल और बुरा तक करार दिया है। उन्होंने कहा, ‘आज मुस्लिम समुदाय को प्रताड़ित किया जा रहा है। लोगों को गलियों में सरेआम लिंच (हत्या) कर दिया जा रहा है। लोगों को उन आर्थिक गतिविधियों से जानबूझकर दूर किया जा रहा है, जिनसे वे पूर्व में जुड़े रहे हैं। मांस की दुकानों, चमड़ा उद्योग और हस्तशिल्प में लगे लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। भारत में हिंसा की मौजूदा स्थिति भयावह है।’ अरुंधति रॉय ने कठुआ सामूहिक दुष्कर्म कांड का भी उल्लेख किया। चर्चित लेखिका ने कहा, ‘दुष्कर्म की घटनाएं अक्सर होती हैं, लेकिन इस मामले में (कठुआ गैंगरेप) हजारों लोगों ने दुष्कर्मियों के पक्ष में प्रदर्शन किया था। इसके अलावा मामले की सुनवाई के तौर-तरीकों को भी प्रभावित करने की कोशिश की गई। देश में ध्रुवीकरण की स्थिति भयावह है।’ अरुधंति रॉय से जब पूछा गया कि क्या नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति और अन्य राष्ट्रवादी नेताओं से ज्यादा बुरे हैं तो उन्होंने कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप अनियंत्रित हैं, लेकिन अमेरिकी संस्थाएं इसको लेकर बहुत चिंतित हैं। मीडिया, न्यायपालिका और सेना भी उनके रवैये से चिंतित है। लोग उन्हें किसी भी तरह संभालने में जुटे हैं। लेकिन, भारत में सभी विशिष्ट संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। यहां तक कि स्कूली पाठ्यपुस्तकों के कवर पेज पर हिटलर की तस्वीरें लगाई जा रही हैं।’
अरुंधति रॉय ने सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम जजों द्वारा प्रेस कांफ्रेंस करने का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा, ‘शीर्ष अदालत मे चार वरिष्ठतम जजों (मुख्य न्यायाधीश को छोड़ कर) ने बाहर आकर प्रेस कांफ्रेंस किया और कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। भारत में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। जजों ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में सबकुछ ठीक नहीं है।’ बता दें कि अरुंधति रॉय की नई किताब ‘द मिनिस्ट्री ऑफ अटमोस्ट हैपिनेस’ हाल में ही बाजार में आई है। यह कोई पहला मौका नहीं है जब अरुंधति ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। पुरस्कार वापसी अभियान के दौरान उन्होंने अपना पुरस्कार लौटाने की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश में अखलाक की घर में घुस कर हत्या करने के विरोध में देश के जानेमाने लेखकों और अन्य क्षेत्र की हस्तियों ने सम्मान वापस करना शुरू कर दिया था। बीजेपी की ओर से भी अरुंधति पर हमले किए जाते रहे हैं। कश्मीर में सेना के मेजर लीतुल गोगोई ने एक पत्थरबाज को जीप के आगे बांध दिया था। इस पर भाजपा सांसद परेश रावल ने कहा था कि पत्थरबाज को सेना की जीप से बांधने के बजाय अरुंधति रॉय को बांध देना चाहिए।