केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल को लेकर चल रही चर्चा के बीच लोजपा नेता पशुपति नाथ पारस कुर्ता खरीदते नजर आए हैं। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या आपकी बात अमित शाह से हुई है तो उन्होंने साफ-साफ कुछ भी नहीं बताया, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या आप मंत्री बन रहे हैं तो उन्होंने कहा कि ‘राज को राज ही रहने दिया जाए’।
खबरों के अनुसार लोजपा नेता पशुपति पारस गृहमंत्री अमित शाह के फोन के बाद दिल्ली आ गए हैं। संभावना जतायी जा रही है कि पारस को मंत्री बनाया जा सकता है। इधर मंत्री बनने को लेकर अबतक चिराग पासवान से कोई संपर्क नहीं साधा गया है। मीडिया खबरों के अनुसार बिहार से सुशील मोदी, संजय जयसवाल, आरसीपी सिंह, ललन सिंह, रामनाथ ठाकुर और चंदेश्वर चंद्रवंशी का नाम मंत्री बनने वालों की लिस्ट में सबसे आगे चल रहा है। उम्मीद की जा रही है कि 7-8 जुलाई को कैबिनेट का विस्तार होगा।
इधर पीएम मोदी के घर होने वाली आज की बैठक रद्द कर दी गयी है। इससे पहले सूत्रों के हवाले से खबर आयी थी कि बैठक में मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा और मंत्रालयों की आगे की योजनाओं को लेकर बनायी गयी रिपोर्ट पर चर्चा होगी। कहा गया था कि बैठक में गृहमंत्री, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, घर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी और नरेंद्र सिंह तोमर हिस्सा लेने वाले थे।
जानकारी के अनुसार असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुशील मोदी उन संभावित लोगों में शामिल माने जा रहे हैं जिन्हें मोदी मंत्रिपरिषद में जगह मिल सकती है।
इस फेरबदल में उत्तर प्रदेश को खास तवज्जो मिल सकती है क्योंकि अगले साल की शुरुआत में वहां विधानसभा चुनाव है और राजनीतिक रूप से यह देश का सबसे महत्वपूर्ण प्रदेश माना जाता है। सूत्रों के अनुसार, पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व भी इस विस्तार में बढ़ सकता है। माना जा रहा है कि भाजपा की सहयोगियों जदयू और अपना दल (एस) को भी प्रतिनिधित्व मिल सकता है। आरपीआई नेता राम दास आठवले इकलौते ऐसे गैर भाजपाई नेता हैं जो नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल हैं।