IRCTC INDIAN RAILWAYS: भारतीय रेलवे के यात्री जल्द ही ट्रेनों में शुद्ध और उत्तम क्षेणी के बढ़िया भोजन का आनंद ले सकेंगे। इसके लिए भारतीय रेलवे की कैटरिंग विंग ने भोजन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। रेलवे बोर्ड द्वारा जारी किए गए हालिया सर्कुलर के मुताबिक राजधानी, शताब्दी, दुरंतो और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के पूरे मेन्यू में बदलाव किया गया है। सर्कुलर के मुताबिक इन ट्रेनों में भोजन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इसकी कीमत में इजाफा होगा।
आईआरसीटीी ने इसके अलावा ट्रेनों में खाद्य सेवाओं में व्यापक बदलाव लाने के लिए कुछ उपाय भी किए हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं।-
1)- आईआरसीटीसी ने 47 कैटरिंग सर्विस प्रोवाइडर को भेजे नोटिस, 24 सर्विस प्रोवाइडर के कॉन्ट्रैक्ट रद्द
अंग्रेजी न्यूज वेबासइट फाइनेंशियल एक्सप्रेस में छपी एक खबर के मुताबिक IRCTC ने 47 से ज्यादा कैटरिंग सर्विस प्रोवाइडर को नोटिस भेजे हैं। इसमें सभी से ट्रेनों में खानपान में बदलान और इसका स्तर बढ़ाने को सुनिश्चित करने को कहा गया है। यह कुल संचालित ट्रेनों में 358 कैटरिंग प्रोवाइडर का करीब 13 फीसदी है। इसके अलावा रेलवे ने 24 कैटिरिंग सर्विस प्रोवाइडर संग करार रद्द कर दिया है। रेलवे के निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करने के चलते ऐसा किया गया है। 24 कॉन्ट्रैक्टरों को जांच के दायरे में भी रखा गया है। इसके बाद इनके खिलाफ भी एक्शन लिए जाने की उम्मीद है।
2)- ट्रेनों में भोजन की गुणवत्ता की निगरानी के लिए खानपान पर्यवेक्षक तैनात
ट्रेनों में यात्रियों को मिलने वाले भोजन की निगरानी के लिए पर्यवेक्षक की संख्या में इजाफा किया गया है। पर्यवेक्षकों के साथ-साथ अधिकांश यात्री ट्रेनों में सहायक भी तैनात किए गए हैं।
3)- कैटरिंग सर्विस की थर्ड पार्टी जांच करेगी
आईआरसीटीसी विभिन्न ट्रेनों में थर्ड पार्टी द्वारा सब्जी गोदाम और बेस किचन की जांच कर रहा है। इसमें भोजन के स्वच्छता के स्तर को भी जांच के दायरे में रखा गया है।
4)- रसईयों में सीसीटीवी कैमरों द्वारा निगरानी
यात्रियों को परोसे जाने वाले भोजन की लगातार निगराने की लिए रेलवे ने सभी किचनों में कैमरे लगाए हैं। रेल दृष्टि डेसबोर्ड के जरिए इन रसईयों की निगरानी रखी जाएगी और इसके जरिए यात्रियों को रियल टाइम जानकारी मिल सकेगी।
5)- पीओएस मशीनों के जरिए बोर्ड बिलिंग
IRCTC ने ऑनबोर्ड कैटरिंग सेवाओं को चुनने वाले यात्रियों के लिए पीओएस मशीनों के माध्यम से बिलिंग शुरू कर दी है। इसके अलावा ट्रेनों में परोसे जाने वाले भोजन की बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग सामग्री का उपयोग भी किया गया है।