पंकज रोहिला
राजधानी व शताब्दी गाड़ियों में अब स्वाद के साथ ही सेहत का भी खास ख्याल रखा जाएगा। यात्रियों के नाश्ते को अधिक स्वास्थवर्धक बनाने के लिए रेलवे मंत्रालय तैयारी कर रहा है। शुरुआत में कुछ गाड़ियों में नाश्ते में चॉकलेट पॉपकॉर्न, बटर पॉपकॉर्न और मखाना स्पेशल आदि खानपान में शामिल किए गए हैं, जिन्होंने मिठाई की जगह ली है। प्रायोगिक तौर पर इसकी शुरुआत हुई है। अगर यह स्वाद यात्रियों को अधिक पंसद आता है, तो आने वाले दिनों में विभाग अन्य गाड़ियों में इसे शुरू करेगा। सामान्यतौर पर देश भर की यात्रा के लिए रेल मंत्रालय प्रतिदिन करीब 70 राजधानी – शताब्दी गाड़ियां चलाता है और इनमें लाखों यात्री सफर करते हैं। अब तक खानपान की चीजों को लेकर यात्रियों से मिल रहे फीडबैक के आधार पर नाश्ते में नई चीजों को जोड़ा जा रहा है। नमकीन-बिस्किट की जगह यात्री इन्हें पसंद भी कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त सील बंद पैकेट होने की वजह से इनके खराब होने का भी कोई खतरा नहीं है।
यह बात भी सामने आई है कि लोग पहले नाश्ते में दी जाने वाली चीजों को छोड़ देते थे लेकिन अब दी जा रही चीजों को घर भी ले जा सकते हैं। रेलवे ने अब तक प्रतिदिन करीब 30 गाड़ियों में यह सुविधा शुरू की है और इन चीजों के करीब 15000 पैकेट यात्रियों द्वारा इस्तेमाल हो रहे हैं। रेलवे के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि प्रायोगिक तौर पर शुरू की गई इस योजना के पूरे होने के बाद ही यह योजना अन्य गाड़ियों में शुरू की जाएगी।
सूप हटा, मिक्स वेज आई: इन गाड़ियों से सफर करने वाले यात्रियों को दिए जाने वाले खाने में भी बदलाव किया गया है। यात्रियों को खाने से पूर्व रेलवे के माध्यम से सूप उपलब्ध कराया जाता था। इसकी जगह अतिरिक्त मिक्स वेज दी जा रही है। इसके अलावा दाल की मात्रा में 30 ग्राम व पनीर की मात्रा में भी 30 ग्राम की कमी की गई है। खानपान में तरल पदार्थों को कम करने के लिए यह नई व्यवस्था की गई थी। इसी प्रकार बोन लेस चिकन शुरू किया है। यह व्यवस्था अभी 30 ही गाड़ियों में लागू की गई है जबकि अन्य 32 गाड़ियों में खानपान की पुरानी व्यवस्था ही लागू है।