सीआरपीएफ के एडिशनल डायरेक्टर जनरल के पद पर तैनात 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके ठीक दो हफ्ते बाद उन्हें उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया गया है। गुवाहाटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैनात एक महिला कर्मचारी ने शिकायत की थी कि अधिकारी बिनोद कुमार ने उन्हें जबरन गले लगाने का प्रयास किया।
महिला के द्वारा दी गई शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच की। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारी ने माफी मांगी और फिर महिला ने शिकायत वापस ले ली। आईपीएस अधिकारी बिनोद कुमार सिंह का 2 अप्रैल को ट्रांसफर कर दिया गया है और उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया गया है।
चीफ एयरपोर्ट के अधिकारी उत्पल बरुआ ने 18 मार्च को पुलिस को गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुई घटना के बारे में एक लिखित शिकायत दी थी। इसमें कहा गया था कि एयरपोर्ट को अधिकारी के लिए 17 मार्च को रिजर्व लॉन्ज की सुविधा देने का आग्रह किया गया था। इसके बाद लॉन्ज में तैनात एक महिला कर्मचारी से शिकायत मिली। इसमें उसने कहा था कि आईपीएस अधिकारी ने उसे जबरन गले लगाने की कोशिश की।
महिला ने आईपीएस अधिकारी पर क्या आरोप लगाए
महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि वह मुझे घूरते रहे और मुझे बहुत असहज लग रहा था। अधिकारी ने मेरी मुस्कुराहट के बारे में जिक्र करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपना फोन नंबर भी देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी तरह की कोई भी समस्या हो तो मुझे संपर्क कर लेना। इतना ही नहीं, उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे वॉट्सएप पर मैसेज भी कर देना। महिला कर्मचारी ने बताया कि फिर उन्होंने मुझे गले लगाने की कोशिश की। मैंने इसका पूरी तरह से विरोध किया। मैंने अधिकारी को इस तरह की हरकत पर तुरंत लगाम लगाने के लिए कहा। बाद में पुलिस ने घटना की जांच के आदेश दिए।
आईपीएस अधिकारी ने महिला से मांगी माफी
पुलिस से केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। 27 मार्च को लिखे एक पत्र में गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दिगंता बरुआ ने असम के पुलिस महानिदेशक को लिखा कि शुरुआती जांच रिपोर्ट यह बताती है कि यह एक महिला की विनम्रता को ठेस पहुंचाने का मामला है। पत्र में यह भी कहा गया कि महिला ने एयरपोर्ट अधिकारी के फोन पर आईपीएस अधिकारी के द्वारा माफी मांगने के बाद अपनी शिकायत वापस ले ली।