लोकेश राहुल ने शतक बनाकर भारत को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में शुरुआती झटकों से उबारा लेकिन इस सलामी बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें अपनी टीम को अधिक बेहतर स्थिति में पहुंचाने के लिए और रन बनाने चाहिए थे।
23 वर्षीय राहुल ने अपना दूसरा टेस्ट शतक जमाने पर संतोष जताया लेकिन इसके साथ ही वह निराश भी थे कि वह अपना स्कोर 108 रन से आगे नहीं ले जा पाये। राहुल ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, मैं पहले टेस्ट मैच (गाले) में रन नहीं बना पाया इसलिए यहां अपना खेल खेलकर मुझे काफी संतुष्टि मिली।
उन्होंने कहा कि लेकिन ईमानदारी से कहूं कि तो मुझे इससे कहीं बेहतर करना चाहिए था और मैं थोड़ा निराश हूं। अमूमन चाय के विश्राम और खेल समाप्त होने तक आप अधिक रन जुटाते हो और तब मुझे क्रीज पर रहकर अपनी टीम के लिए अधिक रन बनाने चाहिए थे। लेकिन अभी मैं सीख रहा हूं और मैं कुछ चीजों पर काम करूंगा। उम्मीद है कि फिर से मैं ऐसी गलतियां नहीं करूंगा।
राहुल ने इस साल के शुरू में सिडनी में अपना पहला टेस्ट शतक बनाया था। उन्होंने कप्तान विराट कोहली (78) के साथ तीसरे विकेट के लिए 164 रन की साझेदारी की। वह पुल शॉट करने के प्रयास में आउट हुए।
राहुल ने कहा कि यह बेहद निराशाजनक था कि जो शॉट खेलने में आपको सबसे ज्यादा मजा आता है आप उसे खेलते हुए आउट हो गए। मेरे लिए यह अच्छी सीख हे। मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहा हूं। यहां अलग तेजी से खेलना होता है। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट जैसा नहीं है।
इस पर मैं काम करूंगा। यह मेरा पसंदीदा शॉट है मैं इसको खेलना बंद नहीं करूंगा। मुझे अनुशासित होकर खेलना होगा और यह जानना होगा कि पुल करने के लिए सही लाइन और लेंथ क्या है।
उन्होंने कहा कि भारत के दो विकेट शुरू में निकलने के बावजूद कप्तान विराट कोहली ने उन्हें सकारात्मक बने रहने की सलाह दी। राहुल ने कहा कि मैंने यहां आने से पहले भारत-ए की तरफ से कुछ मैच खेले थे और इसलिए मैं गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहा था।
मैं यहां रन बनाने के लिए स्पष्ट दृष्टिकोण और सकारात्मक रवैये के साथ आया था। हमने शुरू में दो विकेट गंवा दिये लेकिन तब विराट ने आकर मुझे सकारात्मक बने रहने को कहा।
उन्होंने कहा कि हमने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की और रन बनाए। हम तब भी सतर्क होकर खेल रहे थे और यह आत्मविश्वास से भरी साझेदारी थी। मैं इसी मानसिकता के साथ आया था, सकारात्मक बने रहना और रन बनाना। खुशी है कि आज यह मेरे काम आयी।