आईएनएक्स मीडिया मामले में सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम को मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया और पूछताछ के लिए उनकी हिरासत नौ दिन और बढ़ाने का आग्रह किया। सीबीआई ने कहा कि मामले में नए खुलासे हुए हैं और इन‘ नए तथ्यों’ से आमना-सामना करने के लिए हिरासत में उनसे पूछताछ जरूरी है। कार्ति की पांच दिन की पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद विशेष न्यायाधीश सुनील राणा के सामने उन्हें पेश किया गया। जांच एजेंसी ने कहा कि मामले की जांच में पिछले चार दिनों में कुछ‘‘ जरूरी प्रगति’’ हुई है। वह सहयोग नहीं कर रहे हैं और वह अपने फोन के पासवर्ड नहीं बता रहे हैं तथा हर सवाल के जवाब में कह रहे हैं कि उन्हें राजनीतिक साजिश में फंसाया गया है। सीबीआई की तरफ से दलील दे रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि कार्ति को मुंबई ले जाया गया था। वहां मामले के सिलसिले में भायकला जेल में उनकाआमना- सामनाआईएनएक्स मीडिया के प्रोमटरों में से एक इंद्राणी मुखर्जी से कराया गया था। इंद्राणी का बयान सबूतों में से एक है।

मेहता ने अदालत को बताया, ‘‘ मामले में परसों कुछ नए खुलासे हुए हैं। जांच के बारे में ज्यादा नहीं बताया जा सकता लेकिन हमें आगे उनकी हिरासत नए तथ्यों के बारे में पूछताछ के लिए चाहिए। मेहता ने कार्ति की जमानत याचिका का भी विरोध किया और कहा कि जांच अभी महत्त्वपूर्ण मोड़ पर है। सीबीआई को उनकी जमानत याचिका पर जवाब देने के लिए दो हफ्ते का समय चाहिए।

एसएसजी ने आरोप लगाया कि प्रत्यक्षर्दिशयों से संपर्क किया गया है और सबूत मिटाए गए हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सीबीआई किसी भी हाल में कार्ति को हिरासत में रखना चाहती है। सिंघवी ने कहा, ‘‘ मैंने सहयोग किया है। मैं वह नहीं कहूंगा जो आप( सीबीआई) सुनना चाहती है। मेरा फर्ज है कि मैं सवालों का जवाब देने के लिए उपलब्ध रहूं।’’ अदालत ने कार्ति की हिरासत नौ दिन और बढ़ाए जाने को लेकर सीबीआई की याचिका पर सुनवाई पूरी कर ली है और फैसला साढ़ेचार बजे आ सकता है।