पत्रकार पूजा की मौत का रहस्य और गहरा गया है। गुरुवार को पुलिस ने पूजा का कथित सुसाइड नोट देने वाले पुलिस इंस्पेक्टर अमित को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूजा के लैपटॉप और मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। शुक्रवार को पुलिस अमित को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लेगी।
डीसीपी एनआइटी पूर्ण चंद पंवार ने बताया कि अमित को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच में जुट गई है। गुरुवार को पूजा का कथित सुसाइड नोट इंस्पेक्टर अमित ही पुलिस को देने आया था। तीन दिन बाद सामने आए सुसाइड नोट की भाषा और लिखावट को देखकर पुलिस को शक हुआ।
पुलिस ने अमित को पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया। हालांकि अब तक की जांच से ये साफ जाहिर है कि पुलिस किसी के दबाव में काम कर रही है। हालांकि पूजा की कथित सुसाइड नोट के मुताबिक, पुलिस ने पूजा को मौत के मुंह में धकेलने वाले गोयल दंपति, सीएमओ, एसएचओ और आमरीन को पूछताछ के लिए अभी तक बुलाया भी नहीं है।
मरने से पहले लिखे पत्र में पूजा ने लिखा है ‘ मैंने अपने प्रोफेशन के साथ कभी कुछ गलत नहीं किया। मैं सही हूं। मैंने एक स्टिंग किया, एक नैक्सस को रिवील किया। ना ही यहां की पुलिस.. ना ही मीडिया ने मेरा साथ दिया। थक गई हूं लड़ते-लड़ते। जर्नलिज्म में ईमानदारी नहीं रह पाती। हमें माफ करना। कोई साथ नहीं होता। सिफ पैसा और प्रभाव बोलता है। अपने आपको संभालना। मैं गलत ना थी, ना हूं ना कभी होती। आई डिड ए गुड जॉब। ये जो कुछ भी हुआ, इसका जिम्मेवार अनिल गोयल, अर्चना गोयल, सौरभ भारद्वाज और वो सारे मीडियाकर्मी हैं, जिन्होंने मुझे बिकाऊ समझा और मेरे खिलाफ गलत खबर चलाई। बहुत हैरास हो गई हूं।’