हरियाणा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। कभी राज्य की सत्ता में काबिज रहने वाली इंडियन नेशनल लोकदल ने 11 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। इसके साथ ही पार्टी अध्यक्ष अभय चौटाला ने बीजेपी को बड़ा झटका देते हुए कुनबे के आदित्य चौटाला को INDL में शामिल कराया है। इसके साथ ही पार्टी ने आदित्य चौटाला को डबवाली से उम्मीदवार घोषित किया है।
आदित्य चौटाला के साथ ही इनेलो ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे प्रताप चौटाला के बेटे रवि चौटाला की पत्नी सुनैना चौटाला को फतेहाबाद से टिकट दिया है। इसके अलावा इनेलो ने जुलाना से सुरेंद्र लाठर, मुलाना से प्रकाश भारती, टोहाना से कुणाल करण सिंह, पुन्हाना से दया भड़ाना, नूंह से ताहिर हुसैन, पिहोवा से बलदेव सिंह वड़ैच, फिरोजपुर झिरका से मोहम्मद हबीब, नीलोखड़ी से बलवान वाल्मीकि और इसराना (SC) से सूरजभान नारा को टिकट दिया गया है।
चुनाव से पहले बसपा से इनेलो ने किया गठबंधन
हरियाणा चुनाव में अपनी साख की लड़ाई लड़ रही इंडियन नेशनल लोकदल ने बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन करके नया समीकरण तैयार किया। 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में 53 सीटों पर इनेलो और 37 सीटों पर बसपा चुनाव लड़ रही है। इस चुनाव में इनेलो-बसपा गठबंधन ने अभय चौटाला को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया है।
वहीं साल 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव की बात करें तो इनेलो और बसपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। इनेलो ने 81 सीटों पर उम्मीदवार उतारे जिसमें से पार्टी को महज एक सीट पर जीत मिली जबकि बसपा ने 87 सीटों पर चुनाव लड़ा। बसपा के खाते में एक भी सीट नहीं आई। बसपा का वोट प्रतिशत 4.21 था जबकि इनेलो का 2.44 फीसदी रहा।
कौन हैं आदित्य चौटाला?
चौधरी देवी लाल के छोटे बेटे जगदीश चौटाला के बेटे आदित्य चौटाला है। यानी आदित्य चौटाला देवी लाल के पोते हैं। आदित्य साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। भाजपा ने उन्हें साल 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में डबवाली से चुनावी मैदान में उतारा था। लेकिन उनको वहां कांग्रेस के अमित सिहाग से हार का सामना करना पड़ा था। आदित्य के हार के बाद भी बीजेपी ने उन्हें स्टेट कोऑपरेटिव एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट बैंक लिमिटेड का चेयरमैन बनाया था। हालांकि कुछ दिनों पहले ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।