भारत की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति ने एक कार्यक्रम के दौरान अर्थव्यवस्था के मामले में मोदी सरकार को नसीहत दी है। नारायणमूर्ति ने अपने बयान में कहा कि “हमारी सरकार को और अधिक नागरिक हितैषी और एन्टरप्रेन्योरशिप को आसान बनाना चाहिए, जिससे ज्यादा से ज्यादा संख्या में नौकरियां पैदा हो सकें। हमारी आर्थिक नीतियां लोकप्रिय के बजाय एक्सपर्ट आधारित होनी चाहिए।”

बता दें कि नारायणमूर्ति गोरखपुर की मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलोजी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। इसी समारोह के दौरान उन्होंने उक्त बातें कहीं। नारायणमूर्ति ने आगे कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था 6-7 प्रतिशत की दर से प्रतिवर्ष आगे बढ़ रही है। भारत आज दुनिया में सॉफ्टवेयर डेवलेपमेंट का केन्द्र बन गया है। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 400 बिलियन डॉलर के पार पहुंच गया है। वहीं निवेशकों का विश्वास भी ऊंचाई पर है।

नारायणमूर्ति ने कहा कि ‘300 सालों में पहली बार ऐसा हुआ है कि देश में ऐसा आर्थिक माहौल है जिससे हमारा ये विश्वास मजबूत हुआ है कि हम गरीबी हटा सकते हैं और प्रत्येक भारतीय के लिए एक सुनहरा भविष्य बना सकते हैं।’ इन्फोसिस के सह-संस्थापक मूर्ति ने आगे कहा कि ‘यह आसान है कि हम खुद को राष्ट्रीय ध्वज में लपेटें और मेरा भारत महान चिल्लाएं और जय हो के नारे लगाएं, लेकिन अपने संस्कारों का निर्वहन करना काफी मुश्किल होता है। देशभक्ति का मतलब ये है कि हम प्रत्येक भारतीय से उसका बेस्ट निकलवाएं। देशहित को अपने हितों से ऊपर रखें।’

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नारायणमूर्ति ने कहा कि एक तरफ देश तेज आर्थिक विकास कर रहा है, वहीं उसके समानांतर एक दूसरा भारत भी है, जहां गरीबी, निरक्षरता, कुपोषण और खराब स्वास्थ्य जैसी समस्याएं हैं। जिन्हें दूर करने के लिए जरुरी कदम उठाने होंगे। नारायणमूर्ति जिस वक्त मंच से अपना संबोधन दे रहे थे, उस वक्त वहां सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थीं। बता दें कि यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में एन.नारायणमूर्ति को डॉक्टरेट की डिग्री से भी नवाजा गया।