अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की है। ट्रंप ने 30 जुलाई 2025 को 25 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। वहीं रूस से तेल खरीदने को लेकर नाराज ट्रंप ने आज 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया। अब भारत ने ट्रंप के फैसले को गलत करार दिया है। तो वहीं भारत के उद्योगपति भी ट्रंप के फैसले का विरोध कर रहे हैं। उद्योगपति और आरपीजी ग्रुप के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने कहा कि आप निर्यात पर टैरिफ लगा सकते हैं, लेकिन हमारी संप्रभुता पर नहीं।
हर्ष गोयनका ने X पर एक पोस्ट में कहा, “आप हमारे निर्यात पर टैरिफ लगा सकते हैं, लेकिन हमारी संप्रभुता पर नहीं। आप अपने टैरिफ बढ़ाए, हम अपना संकल्प बढ़ाएंगे। बेहतर विकल्प ढूंढेंगे और आत्मनिर्भरता का निर्माण करेंगे। भारत किसी के आगे नहीं झुकेगा।” Trump Tarrif LIVE
आनंद महिंद्रा ने क्या कहा?
वहीं ट्रंप के टैरिफ पर उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने X पर एक पोस्ट में कहा, “एमएसएमई के लिए लिक्विडिटी और सहायता, बुनियादी ढांचे में निवेश में तेज़ी, पीएलआई योजनाओं के दायरे में वृद्धि और विस्तार के माध्यम से विनिर्माण को बढ़ावा, आयात शुल्क को रेशनलाइज बनाना ताकि विनिर्माण इनपुट पर शुल्क कम हो और हमारी प्रतिस्पर्धा में सुधार हो। हम जो अनपेक्षित परिणाम क्रिएट करते हैं, वे सबसे अधिक जानबूझकर और परिवर्तनकारी हों। हम दूसरों को अपने राष्ट्र को प्राथमिकता देने के लिए दोषी नहीं ठहरा सकते। लेकिन हमें अपने राष्ट्र को पहले से कहीं अधिक महान बनाने के लिए प्रेरित होना चाहिए।”
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने मंगलवार को ही कहा था कि मैं अगले 24 घंटे में भारत पर टैरिफ बढ़ाऊंगा। अब ट्रंप ने आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया है। ट्रंप ने कहा कि अगर भारत ने जवाब दिया तो टैरिफ और बढ़ा देंगे। ट्रंप के आदेश के अनुसार ये टैरिफ दो चरणों में लागू होगा। पहले चरण में 25 फीसदी टैरिफ कल यानी 7 अगस्त से लागू होगा तो वहीं दूसरा चरण 27 अगस्त से लागू होगा।
भारत ने दिया करारा जवाब
भारत ने अब करारा जवाब दिया है और अमेरिका के कदम को गलत करार दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भारत का पक्ष रखते हुए कहा, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर ऐसे कदमों के लिए अतिरिक्त शुल्क लगाने का निर्णय लिया है जो कई अन्य देश भी अपने राष्ट्रीय हित में उठा रहे हैं। हम दोहराते हैं कि ये कदम अनुचित और गैरजरूरी हैं। भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा। हाल के दिनों में अमेरिका ने रूस से भारत के तेल आयात को निशाना बनाया है। हमने इन मुद्दों पर अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है, जिसमें यह तथ्य भी शामिल है कि हमारे आयात बाज़ार के कारणों पर आधारित हैं और भारत के 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के समग्र उद्देश्य से किए जाते हैं।”