देशभर में डॉक्टरों की हैंडराइटिंग को लेकर चर्चे होते रहते हैं। सोशल मीडिया पर भी डॉक्टरों की हैंडराइटिंग हमेशा चर्चा का विषय बनी रहती है और लोग यह कहते हैं कि उनकी हैंड राइटिंग केवल केमिस्ट को समझ में आती है। देश के मशहूर उद्योगपति आनंद महिंद्रा भी सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे किस्से शेयर करते रहते हैं, जिस पर लोग खूब चर्चा करते हैं और अपनी राय रखते हैं। वहीं अब आनंद महिंद्रा ने डॉक्टरों की हैंडराइटिंग को लेकर एक ट्वीट किया है।
आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर के माध्यम से एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें यह बताया जा रहा है कि डॉक्टरों के हैंड राइटिंग क्लास दर क्लास कैसे बदलती रहती है। इसमें एक युवक एक दसवीं क्लास से लेकर स्पेशलिस्ट डॉक्टर की हैंडराइटिंग को लिखकर दर्शा रहा है। दसवीं क्लास में एक भावी डॉक्टर साफ शब्दों में हैंडराइटिंग लिखता है। जबकि जैसे-जैसे क्लास आगे बढ़ता है वैसे-वैसे उसकी राइटिंग टेढ़ी होती चली जाती है।
जब एक छात्र डॉक्टर की पढ़ाई शुरू करता है उस समय तक उसकी राइटिंग काफी बदल जाती है और जब वह जूनियर डॉक्टर बनता है तो उसकी राइटिंग पढ़ने लायक नहीं रहती है। जब वह डॉक्टर स्पेशलिस्ट हो जाता है तो उसके बाद उसकी राइटिंग को केवल उसके केमिस्ट ही समझ पाते हैं। सोशल मीडिया पर भी आनंद महिंद्रा के वीडियो को लोग खूब शेयर कर रहे हैं और इस पर अपनी राय रख रहे हैं।
वहीं बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी आनंद महिंद्रा के ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा है कि महान शोध। पता लगाएंगे कि हाथ से लिखने वाले डिकोड विशेषज्ञ क्या कहते हैं।
धर्मा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों में, कई डॉक्टर अपने नुस्खे डेस्कटॉप सिस्टम में टाइप करते हैं, फिर एक प्रिंटआउट लेते हैं, हस्ताक्षर करते हैं और मरीजों को उनके इलाज में किसी भी अस्पष्टता से बचने के लिए उन्हें सौंपते हैं।”
वीके गुप्ता नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “सर आप महान हैं, मैं भी आपके जैसा ही हूं। हर रोमांचकारी पल को खास बनाकर जीने वाला। बस फर्क इतना है कि आप अमीर हैं और मैं गरीब हूं। किंतु मेरे पास कुदरत का दिया सब कुछ है। कभी आयें आप हमारे गांव में, सदाबहार गाने साथ गाऐंगे।”