भारत की ओर से ब्लूचिस्तान का मुद्दा उठाए जाने को लेकर यूनाइटेड नेशंस  ह्यूमन राइट्स कमीशन (UNHRC) में बलूच के प्रतिनिधि मेहरान मारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की है। मारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बलूचिस्तान का मुद्दा उठाए जाने के बाद से पाकिस्तान सरकार और सेना बौखला गई है। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान में हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाने के बाद से पाकिस्तान डरा हुआ है। हाल के दिनों में पाकिस्तान सेना ने बलोच के कुछ इलाकों में आर्मी ऑपरेशन भी तेज कर दिए हैं।

मारी ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 15 अगस्त के मौके पर उठाए गए इस मुद्दे को लेकर मैं और बलोच के लोग बहुत भारत के बहुत शुक्रगुजार हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर और भारत ने दो दिन पहले यूएन में जिस तरह से इस मुद्दे को उठाया, उससे हम बहुत आशांवित हैं। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान के मुद्दे को इस तरह से उठाने पर बलूच के लोगों को लगता है कि भारत इस समस्या को लेकर गंभीर है। हाल ही भारत ने UNHRC की बैठक में पाकिस्तान की ओर से बलूचिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में किए जा रहे अत्याचार के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया था।

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से पाकिस्‍तान द्वारा आतंक को पोषित करने की बात करते हुए कहा, ”जहां आतंकवादी हमला होने पर जश्‍न मनाया जाता हो, वहां की सरकार कैसी होगी, पता नहीं मैं और जिक्र नहीं करना चाहता। पिछले कुछ दिनों में गिलगित, बलूचिस्‍तान, पीओके के लोगों ने जिस प्रकार मुझे धन्‍यवाद दिया है। जिन लोगों से मेरी कभी मुलाकात नहीं हुई है, ऐसे लोग हिंदुस्‍तान के प्रधानमंत्री का आदर करते हैं तो हम मेरे सवा सौ करोड़ देशवासियों का सम्‍मान है।” इस संबोधन के बाद पाकिस्तान बुरी तरह से बौखला गया था। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बलूचिस्तान विधानसभा में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया था।