कंपकंपाती ठंड और 17,500 फीट की ऊंचाई पर मुश्किल हालात। आक्सीजन की कमी से सांस लेना दूभर हो गया था। भूख से अंतड़ियां ऐंठ रही थीं। ऐसे में कोई मसीहा बनकर पहुंच जाए तो किस कदर सुकून पहुंचेगा। उन तीन चीनी नागरिकों ने कुछ ऐसे ही हालात का सामना किया, जब वे उत्तरी सिक्किम के पठारी क्षेत्र में रास्ता भटक गए। विपत्ति में घिरे चीनी नागरिकों को देख वहां पहुंचे भारतीय जवानों ने उनकी हर तरह से मदद की और उन्हें सुरक्षित राह दिखाई।

पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को लेकर बीते कई महीनों से चीन और भारत के बीच रिश्ते खराब हैं और दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव जारी है। ऐसे में भारतीय सेना के जवानों ने शांति, सौहार्द्र और मानवता की मिसाल पेश की और इंसानियत की तस्वीर दिखाई।
दरअसल, उत्तरी सिक्किम के पठारी क्षेत्र में करीब 17,500 फीट की ऊंचाई पर चीन के तीन नागरिक रास्ता भटक गए थे। इन तीन चीनी नागरिकों में एक महिला भी शामिल थी। भारतीय सेना ने उन सबको सुरक्षित बचाया। रक्षा प्रवक्ता के मुताबिक, तीन सितंबर को उत्तरी सिक्किम के पठारी इलाकों में 17,500 फीट की ऊंचाई पर ये तीनों चीनी नागरिक रास्ता भटक गए थे।

उत्तरी सिक्किम के प्लाटू इलाके में गश्त के दौरान जवानों ने इन चीनी नागरिकों के देखा। वहां पहुंचे भारतीय सेना के जवानों ने तीनों चीनी नागरिकों को भोजन, गरम कपड़े और चिकित्सा सहायता प्रदान की। आॅक्सीजन उपलब्ध कराई। सेना के बयान के मुताबिक, सैन्यकर्मियों ने बुधवार को शून्य से नीचे के तापमान के बीच एक महिला समेत तीनों चीनी नागरिकों को चीन की तरफ लौटने और अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद की। तीनों चीनी नागरिक उत्तरी सिक्किम के पठारी क्षेत्र में रास्ता भटक गए थे। बाद में सेना ने उन चीनी नागरिकों को सही रास्ता दिखाकर उनके गंतव्य तक जाने में मदद की। सेना ने ट्वीट कर अपने बयान में लिखा- मानवता सर्वोपरि।
सेना ने मदद का हाथ ऐसे वक्त बढ़ाया जब वह पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के आक्रामक व्यवहार से निपट रही है।

सेना ने अपने बयान में कहा, ‘शून्य से नीचे के तापमान के दौरान चीनी नागरिकों का जीवन खतरे में देखकर भारतीय सेना के जवान तुरंत वहां पहुंचे और आक्सीजन, भोजन और गर्म कपड़े समेत चिकित्सा सहायता उन्हें प्रदान की।’ बयान में कहा गया कि भारतीय सैनिकों ने उन्हें गंतव्य तक पहुंचने के लिए उचित मागदर्शन भी किया जिसके बाद वे लौट गए।

सेना ने कहा, ‘तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए चीनी नागरिकों ने भारत और भारतीय सेना का आभार प्रकट किया। उन सभी की परेशानी को देख भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें बचाने के लिए चिकित्सा सहायता, आक्सीजन, खाना और गर्म कपड़े दिए। इतना ही नहीं, सेना ने उन्हें उनकी मंजिल पर पहुंचाने के लिए उचित रास्ता बताया और मार्गदर्शन किया। संकट से निकलने के बाद चीनी नागरिकों ने जवानों की त्वरित सहायता के लिए भारत और भारतीय सेना का आभार जताया है।