Indian Railways: राजस्थान में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के कारण कई ट्रेनें डायवर्ट की गई हैं, जबकि कुछ को रद्द कर दिया गया है। शुक्रवार (आठ फरवरी, 2019) को पश्चिमी मध्य रेलवे के कोटा डिविजन ने सात ट्रेनों के रूट में फेरबदल किया। एक रेलगाड़ी रद्द की गई है, तीन को निर्धारित स्टेशन से पहले (शॉर्ट ओरिजिनेटेड) चलाया गया। वहीं, एक को इस आंदोलन के चलते निर्धारित स्टेशन से पहले (शॉर्ट टर्मिनेटेड) ही रोकना पड़ा। सवाईमाधोपुर के मकसूदन पुरा स्थित मलारना डूंगर स्टेशन के आसपास तो प्रदर्शनकारियों ने अस्थाई तंबू लगाकर रेल पटरी को बाधित कर रखा था।
आंदोलन पर गुर्जर समुदाय का कहना था, “हमारे पास बहुत अच्छे मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री हैं। हम चाहते हैं कि वे गुर्जर समुदाय की मांगें सुनें। उनके लिए आरक्षण मुहैया कराना कोई भी बड़ी बात नहीं है।” सीपीआरओ पश्चिम मध्य रेलवे के आठवें बुलेटिन के मुताबिक, कुल पांच ट्रेनें इस वजह से रद्द रहीं।
बुलेटिन क्रमांक छह के मुताबिक, शनिवार (नौ फरवरी) को 12248 निजामुद्दीन-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस, 29019 मंदसौर-कोटा एक्सप्रेस, 12059 कोटा-निजामुद्दीन एक्सप्रेस और 12060 कोटा-निजामुद्दीन एक्सप्रेस रद्द रहेंगी। 09006 नई दिल्ली-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस भी कैंसल रहेगी, जबकि रविवार (10 फरवरी) के लिए 19804 समता-कोटा एक्सप्रेस व 19024 फिरोजपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस को रद्द किया गया है।
बुलेटिन क्रमांक पांच के अनुसार, ये ट्रेनें आंशिक तौर पर रद्द की गईं, जबकि कुछ के मार्ग में परिवर्तन किया गया। नीचे सूची देखें:
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने शुक्रवार (आठ फरवरी, 2019) को मीडिया से कहा था, “हम पांच फीसदी आरक्षण चाहते हैं, पर सरकार ने अभी तक हमारी दरख्वास्त का जवाब नहीं दिया। ऐसे में मैं आंदोलन छेड़ने जा रहा हूं। सरकार हमें आरक्षण दे, मुझे नहीं पता कि वह कहां से हमें हिस्सा देगी। यह बात वह ही जानें।”
ये प्रदर्शनकारी गुर्जरों, राया-रेबाड़ी, गदिया लोहार, बंजारा और गड़रिया समुदाय के लिए सरकारी शिक्षा और नौकरियों में अलग से पांच फीसदी आरक्षण की मांग कर रहे हैं, जबकि वर्तमान में इन समुदायों को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कोटे के तहत अलग से एक फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है।