Indian Railways: उत्तराखंड की चार धाम यात्रा करना अब और भी सरल हो जाएगा। आने वाले दिनों में तीर्थयात्री ट्रेन से इस यात्रा के तहत केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन कर सकेंगे। ऐसा इसलिए, क्योंकि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार इन दिनों युद्ध स्तर पर इससे जुड़ी योजना पर काम कर रही है। जानकारी के मुताबिक, सरकार इन चारों धामों को कवर करने वाला लंबा रेल नेटवर्क बिछाने में जुटी है।
सूत्रों के हवाले से कुछ टीवी रिपोर्ट्स में कहा गया कि यह रेल नेटवर्क लगभग 327 किलोमीटर लंबा होगा, जिसे बनाने पर तकरीबन 40 हजार करोड़ रुपए का खर्च आने की संभावना है। प्रस्तावित रूट के अंतर्गत 21 नए रेलवे स्टेशन, 61 सुरंगे और 59 पुल बनाए जाएंगे।
रेल रूट को देहरादून और कर्णप्रयाग से भी जोड़ा जाएगा, जबकि डोइवाला और ऋषिकेश स्टेशन भी बनेंगे। रेलवे के अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट्स में आगे बताया गया कि काम युद्ध स्तर पर जारी है, जिसे साल 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मौजूदा समय में इस पावन यात्रा के लिए हलद्वानी से काठगोदाम तक ट्रेन की सेवा उपलब्ध है। पर नई व्यवस्था के बाद देहरादून और कर्णप्रयाग से सीधे चार धाम की यात्रा शुरू हो सकेगी। ऐसे में सूबे में नए विकास के कपाट खुलने की संभावना हैं।
यह भी कहा गया कि इस चार धाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार फिलहाल बद्रीनाथ रूट की सड़कें दुरुस्त करने में जुटी है। वहां ऐसी सड़कें बनाने का मकसद है, जिनसे मॉनसून के दौरान तीर्थयात्रियों को दिक्कत न हो। इसके अलावा केदारनाथ के कायाकल्प पर भी काम चल रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, केदारनाथ घाटी के दोनों ओर त्रिस्तरीय दीवार बनाई जाएंगी। कायाकल्प के बाद संगम से मंदिर के दर्शन आसानी से हो सकेंगे, जबकि वहां 40 फीट चौड़ा रास्ता भी बनाया जा रहा है। मंदिर के सामने इसके अलावा एक प्लाजा बनाने का भी प्रस्ताव है और साधना केंद्र और मेमोरियल भी बनाया जाएगा।